नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के खतौली में हुए भीषण ट्रेन हादसे में रेलवे ने अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की है. उत्तर रेलवे के चीफ ट्रैक इंजीनियर का तबादला कर दिया गया है.

इस मामले में रेलवे ने कुल चार अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है. साथ ही उत्तर रेलवे के जीएम, दिल्ली के डीआरएम और रेल बोर्ड के मेंबर इंजीनियरिंग को भी छुट्टी पर भेजा गया है. रेलवे ट्रैक की निगरानी टीम को भी दोषी पाया गया है.

रेलवे ने जिन अधिकारियों को निलंबित किया है, वे हैं- आरके वर्मा (सीनियर डिविजनल इंजीनियर, दिल्ली डिविजन), रोहित कुमार (असिस्टेंट इंजीनियर, मेरठ, दिल्ली डिविजन), इंदरजीत सिंह (सीनियर सेक्शन इंजीनियर, मुजफ्फरनगर) और प्रदीप कुमार (जूनियर इंजीनियर, खतौली).

अब उत्तर रेलवे के नए GM (जनरल मैनेजर) एमसी चौहान को बनाया गया है. अभी चौहान उत्तर मध्य रेलवे के जीएम हैं और उन्हें यह अतिरिक्त चार्ज दिया गया है. अंशुल गुप्ता को दिल्ली डिवीजन का नया डीआरएम बनाया गया है. अंशुल रेलवे बोर्ड में एडी (एडिशनल चार्ज) थे. रेलवे बोर्ड ने तत्काल प्रभाव से यह संबंधित आदेश जारी कर दिया है.

शुरुआती जांच में ही ये संकेत मिले थे कि ट्रैक की निगरानी टीम ने मामले में लापरवाही बरती. ये डिपार्टमेंट रेगुलर चलने वाली ट्रेनों के रूट पर नज़र रखता है. मौके पर पहुंची टीम ने रिपोर्ट में बताया कि मेंटनेस का काम चल रहा था, जिसकी वजह से पटरी को हेक्सा ब्लेड से काटा गया था, इसकी वजह से नट बोल्ट और फिश प्लेट पटरी से हटी हुई थी. 5.45 पर ट्रेन गुजरी और 5.47 पर हादसा हुआ. 5 बोगी दुर्घटना वाली जगह से निकल गई थी. लेकिन 13वीं बोगी के पलटने से हादसा हुआ है.