मुज़फ्फरनगर: मुजफ्फरनगर के खतौली में शनिवार को हुए दर्दनाक रेल हादसे में रेलवे की लापरवाही की सामने आ रही है. यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि कानपुर के पुखरायां में हुए रेल हादसे से रेलवे ने कोई सबक नहीं लिया. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जिस जगह पर उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हुई वहां पर पटरी ख़राब थी. मरम्मत का काम भी चल रहा था.

इतना ही नहीं मरम्मत का काम चलने के बावजूद काशन नहीं लगा था, लिहाजा ट्रेन 100 की स्पीड से जा रही थी. हादसे के बाद उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन की S2 बोगी बगल के ही एक घर में जा घुसी. इस घर के एक बुजुर्ग इस हादसे में घायल हो गए.

घर के मालिक जगत सिंह ने कहा कि यह हादसा नहीं हत्या है. उनके नौकर ने डेढ़ महीने पहले ही पटरी क्रैक होने की सूचना दे दी थी. रेलवे प्रशासन ने मरम्मत करने की बात कही थी. इसके बावजूद किसी ने ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा कि उनके पास इसका सबूत भी है. यह बात पेपर में भी छपी थी और उसकी कटिंग भी है.