लखनऊ: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से विरोध कर रहे शिक्षा मित्रों के लिए राहत भरी खबर है। सीएम योगी आदित्यनाथ के आश्वासन के बाद शिक्षामित्रों का आंदोलन मंगलवार को खत्म हो गया है। शिक्षामित्रों ने लखनऊ में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि एक हफ्ते में उनकी समस्याओं का समाधान होगा और बुधवार से शिक्षामित्र पढ़ाने जाएंगे। बैठक के बाद कहा जा रहा है कि कई मुद्दों पर शिक्षामित्र सहमत हो गए हैं। यह भी कहा जा रहा है कि शिक्षामित्रों का मानदेय भी बढ़ाया जा सकता है।

शिक्षा मित्रों के साथ अपर मुख्य सचिव राजप्रताप सिंह की बातचीत भी विफल होने के बाद शिक्षामित्रों ने आज मुख्यमंत्री से दोबारा मुलाकात की। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से पूरे यूपी में शिक्षा मित्रों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। इससे पहले शिक्षामित्रों की सोमवार को अपर मुख्य सचिव राजप्रताप सिंह की अध्यक्षता में गठित कमेटी के साथ हुई मीटिंग बेनतीजा रही थी। विभाग ने शिक्षा मित्रों को प्रस्ताव दिया था कि जब तक टीईटी उत्तीर्ण कर नियुक्ति नहीं होती शिक्षा मित्र 10 हजार रुपये के मानदेय पर काम करे जिसे शिक्षामित्रों ने मानने से मना कर दिया था। वार्ता के बाद शिक्षामित्रों ने आन्दोलन तेज करने की घोषणा की थी।

सोमवार को बैठक में, शिक्षामित्रों ने टीईटी उत्तीर्ण करने के लिए दो बार से ज्यादा मौका देने, अनुभव पर प्रति वर्ष 7 अंक देने, टीईटी परीक्षा दो साल में 5 से 6 बार कराने और मौजूदा वेतन ही मानदेय के तौर पर देने की मांग रखी। जबकि अधिकारियों ने 10 हजार रुपये मानदेय पर काम करने की बात कही। यह भी कहा कि शिक्षामित्र चाहे तो मूल विद्यालय या इस समय कार्यरत विद्यालयों पर काम करने के बारे में विचार किया जा सकता है। दो बार से ज्यादा टीईटी देने पर भी विचार किया जायेगा। शिक्षामित्रों ने इसे नामंजूर कर दिया।