पटना : हागठबंधन में दरार की चर्चाओं के बीच एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में लालू प्रसाद यादव ने साफ़ किया कि टूट का सवाल ही नहीं है. लालू ने कहा कि नीतीश कुमार ने कभी भ्रष्टाचार के मसले पर तेजस्वी यादव का इस्तीफा नहीं मांगा. मीडिया को इस मसले में ज्यादा दिलचस्पी है. नीतीश कुमार हमारे नेता हैं. दरार की बातें मीडिया द्वारा फैलाई गई हैं.

बता दें कि जीरो टॉलरेंस के मुद्दे पर बिहार सीएम नीतीश कुमार लगातार तनाव झेल रहे हैं. इससे जुड़े एक सवाल के जवाब में लालू ने कहा, 'हमने महागठबंधन बनाया और उन्हें (नीतीश) को मुख्यमंत्री के तौर पर स्वीकार किया. हमें इससे कोई दिक्कत नहीं थी. लेकिन यदि वो अपनी जिम्मेदारी आगे नहीं बढ़ाना चाहते हैं तो यह उनका अपना चुनाव है.' लालू ने कहा, वो (नीतीश) क्या सोचते हैं हमें नहीं मालूम. हालांकि लालू ने यह भी कहा कि उन्होंने पांच साल के लिए सरकार बनाई है.

पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया पर नाराज दिखे लालू ने कहा कि उनकी अक्सर नीतीश से बातचीत होती है. दोनों के बीच में कोई मनमुटाव नहीं है.

डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी कहा कि नीतीश कुमार ने उनसे कभी इस्तीफा नहीं मांगा. बीजेपी के लोग चरित्र हनन करके बेकार के मामलों में फंसा रहे हैं. एजेंसियों का गलत इस्तेमाल हो रहा है. बिहार की जनता को सारी बात पता है. बीजेपी गठबंधन तोड़ना चाहती है लेकिन यह मजबूत है.

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले लालू के करीबी पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने नीतीश कुमार की आलोचना की थी. तेजस्वी का बचाव करते हुए उन्होंने कहा नीतीश कुमार दूध के धुले नहीं हैं. यह भी बता दें कि आज बिहार में विधानमंडल सत्र से पहले महागठबंधन के सहयोगी दल जेडीयू और आरजेडी ने अलग-अलग बैठक की. बिहार में चर्चा है कि महागठबंधन टूट की ओर है.