भारतीय कृषि एवं खाद्य परिषद (आईसीएफए) ने आज लखीमपुर, उत्तर प्रदेश में भारत के पहले, 70 सदस्यीय जिला कृषि परिषद (डीएसी) के उद्घाटन किया। उद्घाटन करते हुए, केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के चांसलर डॉ आर बी सिंह ने कहा कि कृषि को लाभदायक बनाने के लिए नीतियों, व्यापार और प्रौद्योगिकियों का अनुरूप होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि डीएसी सभी हितधारकों को एक साथ लाने और किसान सशक्तिकरण के लिए एक शक्तिशाली मंच होगा। सत्र की अध्यक्षता करते हुए जिला कलेक्टर, श्री आकाश दीप, आईएएस ने कहा कि किसानों को योजनाओं, व्यापार और प्रौद्योगिकियों से जोड़ने में कृषि की समृद्धि की कुंजी है और यह परिषद एक उचित पुल के रूप में कार्य करेगा।

डीएसी, 50% किसानों और 50% प्रतिनिधित्व प्रशासकों, नीति निर्माताओं, उद्योगपतियों, स्वैच्छिक संगठनों, विस्तार एजेंसियों, शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं का समन्वय होगा। आईसीएफए के चेयरमैन डॉ एम जे खान ने कहा कि ऐसे मंच की अत्यंत आवश्यकता थी जो जिले की दृष्टि, एजेंडे की स्थापना, नीति वकालत, व्यापार को सुविधाजनक बनाने, प्रौद्योगिकी, निवेश, कृषि व्यवसाय और जिला कृषि और किसानों के समग्र विकास के लिए संसाधन जुटाने के उद्देश्य से सभी हितधारकों को साथ जोड़े। उन्होंने व्यक्त किया कि यह मंच विकास योजनाओं को प्रसारित करने के साथ साथ किसानों की प्रतिक्रियाएं प्राप्त कर सरकार तक पहुँचाने का काम भी करेगा। डॉ खान ने घोषणा की कि हमारा उद्देश्य अगले २४ महीनों में देश के विभिन्न ज़िलों में ५०० डीएसी स्थापित करना है।