नई दिल्ली: राज्यसभा में बीएसपी सुप्रीमो मायवाती ने मंगलवार को सहारनपुर का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि सहारनपुर घटना केंद्र की साजिश थी. इसके बाद हंगामा होने लगा और मायावती ने उपसभापति को कहा कि आप मुझे बोलने नहीं देंगे तो मैं सदन से इस्तीफा दे देती हूं.

वहीं मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि मायावती शुद्ध रूप से राजनीतिक बात कर रही हैं. इसके बाद मायावती गुस्से में सदन से बाहर चली गईं. इसके बाद विपक्ष के कई नेताओं ने जमकर हंगामा किया. आज के दिन संसद में दोनों ही पक्षों के लोग उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने-अपने उम्मीदवार का नॉमिनेशन फाइल कर रहे हैं. सो इस हंगामे के जरिए एक बार फिर विपक्ष अपनी एकजुटता को दिखा रहा है.

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी ने भीड़ द्वारा लोगों की हत्या और मंदसौर में पुलिस द्वारा किसानों पर की गई फायरिंग के मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव दे दिया है.

बता दें कि सत्र से एक दिन पहले सोमवार को कांग्रेस ने कहा कि वह सरकार से चीन के साथ जारी सीमा विवाद, कश्मीर में तनावपूर्ण स्थिति और गाय रक्षा के नाम पर भीड़ द्वारा हिंसा के मुद्दों पर जवाब मांगेगी. राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सिक्किम में चीन के साथ सीमा को लेकर स्थिति बेहद तनावपूर्ण है. उन्होंने साथ ही सीमा विवाद के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया.

कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद कह चुके हैं कि हम भीड़ द्वारा हिंसा, किसानों की आत्महत्या के मद्देनजर कृषि संकट के मुद्दे उठाएंगे. आजाद ने कहा कि कांग्रेस सदन की कार्यवाही में व्यवधान डालने के पक्ष में नहीं है, लेकिन उन्होंने सरकार से आगे आकर मुद्दों पर चर्चा करने की अनुमति देने को कहा.