क्राइस्ट चर्च स्कूल और अलखनंदा अपार्टमेंट से रोटी-कपड़ा बैंक की शुरुआत

लखनऊ: गोमतीनगर विस्तार के ओमेक्स आर-1 निवासियों द्वारा चलाए जा रहे रोटी और कपड़ा बैंक की मुहिम अब रंग लाने लगी। लोग आते गए और कारवां बनता गया की तर्ज पर आज शहर में बैंक के दो नए केन्द्रों की शुरुआत की गई।
एक ओर जहां महिलाओं ने अपनी शक्ति दिखाते हुए गोमतीनगर के अलखनंदा रिवर व्यू अपार्टमेंट से रोटी-कपड़ा बैंक की शुरुआत की तो वहीं दूसरी ओर क्राइस्ट चर्च स्कूल के प्रधानाचार्य आर के चैट्री ने स्कूल के अध्यापकों, कर्मचारियों और छात्रों की मदद से स्कूल के आस-पास के जरुरतमंदों के लिए रोटी-कपड़ा बैंक बैंक का शुभारम्भ किया।
क्राइस्ट चर्च स्कूल के प्रधानाचार्य आरके चैट्री ने आज स्कूल की असेंबली में विद्यार्थियों कोे रोटी-कपड़ा बैंक के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि, इस बैंक के जरिए गरीबों और असहायों की मदद की जाएगी। उन्होने सभी से इस कार्य में सहयोग देने की अपील भी की।
अलखनंदा रिवर व्यू अपार्टमेंट से बैंक की शुरुआत करने वाली शालिनी चैबे ने बताया कि, रोटी-कपड़ा बैंक के आशुतोष चैबे ने मुझे इस मुहिम से जोड़ा। मैने अपने अपार्टमेंट की महिलाओं के वाट्सऐप ग्रुप जिसमें कि, 250 के लगभग महिलाएं जुड़ी हैं पर इस कार्य की कुछ तस्वीरें और सूचना साझा की। जिसके बाद ग्रुप की 200 महिलाओं ने इस मुहिम से जुड़ने की इच्छा जताई। हमनें तय किया कि हर महिला जब अपने परिवार के लिए भोजन बनाएगी तो चार रोटी जरुरतमंदो के लिए भी पकाऐंगी और उसे रोटी-कपड़ा बैक के जरिए गरीबों तक पहुंचाया जाएगा।
अलखनंदा रिवर व्यू अपार्टमेंट से इस पुनीत कार्य के शुभारम्भ के अवसर पर आज रोटी कपड़ा बैंक के आशुतोष चैबे भी उपस्थित रहे। रोटी-कपड़ा बैंक के भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि, भरवारा गांव में एक दिव्यांग विद्यालय है जहां लगभग 45 दिव्यांग बच्चे पढ़ते हैं। रोटी-कपड़ा बैंक की तरफ से उनको एक समय का भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अतिरिक्त एक वृद्धाश्रम को भी गोद लेने की योजना है।
अलखनंदा रिवर व्यू अपार्टमेंट की महिला शक्ति की पहल की प्रशंसा करते हुए श्री चैबे ने कहा कि, अगर केवल घर की महिलाएं ही ठान लें तो समाज से भुखमरी की समस्या जड़ से समाप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा कि, आगामी रक्षा बंधन के अवसर पर गरीबों में राखी और मिठाई भी बांटी जाएगी।