लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लंदन से लौटने के बाद गुरुवार को कहा कि भाजपा के नोटबंदी व जीएसटी से जनता उलझ कर रह गई है। भाजपा सरकार की सच्चाई धीरे-धीरे जनता के सामने आने लगी है। उनके बजट में जनता के हित में कुछ भी नहीं है।

अखिलेश पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जीएसटी व्यवस्था किसी की समझ में नहीं आ रही है। यह बड़े कारोबारियों के फायदे के लिए है। यूपी सरकार की किसानों की कर्जमाफी भूलभुलैया की भेंट चढ़ जाएगी। यह किसानों के साथ धोखा है। समाजवादी सरकार की जनहित की योजनाएं एक-एक कर बंद की जा रही हैं। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि भाजपा सरकार 'मंत्र' से ही सभी समस्याओं का समाधान कर देगी।

उन्होंने कहा कि भाजपा का उद्देश्य वोट के लिए नफरत फैलाना है। उसके झूठ फैलाने से लड़ाई है। यह बड़ी लड़ाई है। भाजपा ने दिवाली और रमजान, श्मशान और कब्रिस्तान के सवाल उठाकर जनता को भ्रमित किया। भाजपा राज में अपराध बढ़े हैं। अपराध नियंत्रण का दावा करने वाले मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि उनकी सरकार ने कितने बड़े अपराधियों, भूमाफियाओं और भ्रष्टाचारियों को पकड़ा है। कहा, प्रदेश की विकास दर 6 प्रतिशत बताई गई, जबकि देश की तरक्की में मुस्लिमों के सहयोग को हटा दे तो यह 2 प्रतिशत ही रह जाएगी।
अखिलेश ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे 2019 के चुनाव की तैयारियां अभी से शुरू कर दें। समाजवादी सरकार के विकास कार्यों की अनदेखी नहीं की जा सकती है। अखिलेश से सैकड़ों लोगों ने मिलकर अपनी समस्याएं बताईं। उनसे मिलने आए गोरखपुर के दर्जनों लोगों ने कहा कि समाजवादी सरकार के मुकाबले भाजपा सरकार की कोई जनहितकारी योजना नहीं है।