सुलतानपुर। बीते साल 9 अक्टूबर 2016 को कूरेभार थाना क्षेत्र के मनीपुर पटना गांव में हाईकोर्ट के अधिवक्ता व उनके परिवार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने वाले शूटर अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। विवेचना में सुस्त पड़ी पुलिस को मानो फिर से एक नए वारदात का इंतजार हो। बताते चलें की हमला करने के बाद भाग रहे तीन शूटरों में एक बदमाश की ग्रामीणों ने जान ले ली, जबकि दो शूटर फरार हो गए। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने अभी तक कुर्की की कार्रवाई भी नहीं की जिस वजह से हमले की पुनः ताक में फरार शूटरों का क्षेत्र में अभी भी आना जाना लगा है।
गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट में वकालत करने वाले जगदंबा यादव रविवार के रोज कूरेभार स्थित मनिपुर पटना गांव में परिवार समेत मौजूद थे कि तभी सफेद अपाची से पहुंचे 3 शूटरों ने अधिवक्ता जगदंबा व उनके परिजनों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने लगे। इस हमले में जगदंबा उनके पुत्र संजय भाई, हरि प्रसाद व उनका पुत्र शिवकुमार तथा बड़े भाई जगदेव प्रसाद भी हमले में लहूलुहान हो गए थे। दिनदहाडे हुए हमले में अधिवक्ता पुत्र संजय यादव के रीढ़ में गोली लगने से वह अपाहिज हो गया। जो बीते नौ माह से अभी तक वह अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पाया है। कूरेभार थाने मे मुकदमा अपराध संख्या 299/2016 में भादवि की धारा 307 और 120 बी तथा अर्म्स एक्ट में मुकदमा पंजीकृत हुआ। आरोपियों के खिलाफ न्यायालय में चार्जशीट दाखिल हुई। जिसमें पाया गया कि हमले का ताना-बाना जेल से रचा गया था। विवेचना में जेल में निरूद्ध कृष्ण कुमार यादव उर्फ गब्बर पुष्पेंद्र तथा महेंद्र आदि को 120 बी का मुलजिम बनाया गया है। बताया जाता है कि जेल में निरूद्ध कृष्ण कुमार उर्फ गब्बर के पुत्र रोहित यादव की निशानदेही पर हमले में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद हुई थी। हालांकि रोहित अब जमानत पर हैस चंद रोज पूर्व गब्बर समेत कई आरोपित की जमानत हाईकोर्ट से मंजूर हो गयी, इधर अधिवक्ता के ऊपर मामले में सुलह हो जाने की धमकी भरी पेशकश जाने लगी है। पता चला है मृतक शूटर कोतवाली नगर क्षेत्र के रामनगर कोटवा का रहने वाला था। वह फरार दो शूटर मनीष शर्मा उर्फ रवि नाई तथा बबलू सिंह निवासी हिंडोरिया थाना गोसाईगंज के रहने वाले है। हमले के बाद से यह सभी पुलिस की पकड़ से दूर है। सूत्र बताते हैं हमला मोटी रकम तय करके अंजाम दिया गया था। अधिवक्ता के जिंदा बच जाने पर शूटरों को सुपारी का पूरा पैसा नहीं मिला है। पता चला है कि शूटर अभी भी अपना टारगेट पूरा करने के लिए अधिवक्ता की बराबर रेकी कर रहे हैं। टारगेट पूरा होते ही उनको तभी बकाया राशि षड्यंत्रकारियों से मिल पाएगी। इधर पुलिस भी चार्जशीट दाखिल करके सुस्त बैठ गई है। अभी तक इस मामले में पुलिस ने फरार शूटरों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई तक नहीं की है। इस बावत आईजी से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि मामला गम्भीर है। जानकारी लेकर फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी करायी जाएगी।

आईजी बोले गिरफ्तार होंगे शूटर

आईजी जोन लखनऊ ने बताया कि जल्द ही फरार चल रहे शूटरों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा। कूरेभार थाने की पुलिस को भी जल्द गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया जाएगा।