नई दिल्ली: प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (EPFO) इस वित्त वर्ष के लिए प्रोविडेंट डिपॉजिट (PF) पर ब्याज दरों की घोषणा अगले महीने होने वाली अपने ट्रस्टीज की मीटिंग में कर सकता है. ऐसी चर्चाएं हैं कि एंप्लॉयीज प्रोविडेंट फंड (EPF) की ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट (0.25 फीसदी) की कटौती की जा सकती है.

अगर ब्याज दरों में इतनी बड़ी कटौती होती है तो चालू वित्त वर्ष के लिए EPF की ब्याज दरें घटकर 8.40 फीसदी पर पहुंच सकती हैं. सिक्योरिटीज या बॉन्ड्स की घटती यील्ड के कारण सरकार EPF की ब्याज दरों में यह कटौती कर सकती है. EPFO एंप्लॉयीज प्रोविडेंट फंड की बड़ी रकम सिक्योरिटीज या बॉन्ड में ही लगाती है.

EPFO ने वित्त वर्ष 2016-17 के लिए 4.5 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर्स को 8.65 फीसदी ब्याज दिया था. वहीं, फाइनेंशियल ईयर 2015-16 में प्रोविडेंट फंड के जमा पर 8.8 फीसदी की ब्याज दरें दी गई थीं. श्रम मंत्री बंगारु दत्तात्रेय ने बताया, ‘सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की मीटिंग में विचार-विमर्श करने के बाद मेरी मिनिस्ट्री इस बारे में फैसला लेगी. मैं जल्द ही मीटिंग बुलाने जा रहा हूं. यह मीटिंग अगले महीने होगी.’

मिनिस्टर ने आगे बताया, ‘पिछली बार हमने 8.65 फीसदी की ब्याज दरें ऑफर की थीं और इस साल इक्विटी इनवेस्टमेंट पर हमारा रेट ऑफ रिटर्न 13.3 फीसदी रहा है. CBT इस फाइनेंशियल ईयर के लिए इनकम के अनुमान के आधार पर ब्याज दर का प्रस्ताव रखेगा, इसके बाद चेयरमैन इस बारे में फैसला लेंगे.’

हालांकि, दत्तात्रेय ने बुधवार को कहा था कि EPFO चालू वित्त वर्ष के लिए आमदनी का अनुमान लगाने की प्रक्रिया में है और जो बाद में 2017-18 के लिए रेट ऑफ रिटर्न तय करने का आधार बनेगा.