लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां कुकरैल पूर्वी, जरहरा वन ब्लाॅक में पौधरोपण कर वन महोत्सव का शुभारम्भ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री जी ने प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक स्कूलों के 10 बच्चों को स्कूल बैग, यूनीफाॅर्म तथा पुस्तकें प्रदान कर शैक्षिक-सत्र वर्ष 2017-18 के लिए ‘स्कूल चलो अभियान’ का शुभारम्भ भी किया। उन्होंने झण्डी दिखाकर शैक्षिक सत्र 2017-18 के लिए स्कूल चलो अभियान के नामांकन रथ को रवाना किया। कार्यक्रम में 200 विद्यार्थियों को स्कूल बैग, यूनीफाॅर्म तथा पुस्तकें वितरित की गयीं।

ज्ञातव्य है कि वृक्षारोपण अभियान में जनसहयोग प्राप्त करने के लिए वर्ष 1950 से प्रत्येक वर्ष जुलाई माह के प्रथम सप्ताह को वन महोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष भी दिनांक 1 से 7 जुलाई, 2017 के मध्य वन महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने वन विभाग की स्मारिका तथा ‘धार्मिक वाटिका’ पुस्तिका का विमोचन भी किया।

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा पंचवटी, नवग्रह वाटिका, नक्षत्र वाटिका के माध्यम से पर्यावरण के प्रति जन-जागरूकता पैदा करने के लिए जो प्रेरणा प्रदान की गई थी, प्रदेश के वन विभाग ने उसे अक्षरशः लागू किया है। हमारी ऋषि परम्परा में भी ग्रह दोष मिटाने के लिए पौधरोपण का अद्भुत सन्दर्भ मिलता है। इस स्थान पर भी आज पंचवटी लगाने का कार्य हुआ है।

आयोजन की प्रशंसा करते हुए योगी ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से क्षेत्र के विकास की सम्भावनाएं बढ़ती हैं। उन्होंने कहा कि लखनऊ शहर के अन्दर कुकरैल जैसा वन क्षेत्र होना बहुत महत्वपूर्ण है। यहां पर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त घड़ियाल प्रजनन केन्द्र भी स्थापित है। लखनऊ में ईको-टूरिज्म के विकास की अपार सम्भावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि वन विभाग द्वारा कुकरैल वन क्षेत्र को 3 वर्ष में आधुनिक ढंग से पर्यटकों के लिए आकर्षण के केन्द्र के रूप में विकसित किया जाए। वन क्षेत्र के विकास में जनसहभागिता पर विशेष बल दिया जाए। वन क्षेत्र में स्मृति वाटिका विकसित की जाए, जिसमें लोगों को जन्म दिवस, विवाह तिथि अथवा ग्रहशान्ति आदि के लिए वृक्षारोपण हेतु प्रेरित किया जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गंगा माता के संरक्षण, उनकी स्वच्छता और निर्मलता के लिए वन महोत्सव के दौरान गंगा जी के किनारे स्थित 27 जनपदों में विशेष वृक्षारोपण अभियान संचालित किया जाएगा। 5 जुलाई, 2017 को वे स्वयं जनपद हापुड़ स्थित गढ़ मुक्तेश्वर में गंगा जी के तट पर विशेष वृक्षारोपण अभियान का शुभारम्भ करेंगे। उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य इलाहाबाद में गंगा जी के तट पर तथा अन्य मंत्रिगण, सांसद, विधायक अलग-अलग जनपदों में वृक्षारोपण कार्यक्रम में सहभागिता करेंगे। उन्होंने प्रदेशवासियों से भी इन कार्यक्रमों में अधिक से अधिक सहभागिता कर इन्हें सफल बनाने का आग्रह किया। उन्हांेने कहा कि वन महोत्सव के दौरान पूरे प्रदेश में लगभग 6.55 करोड़ पौधों को रोपा जाएगा। इनमें से 4.3 करोड़ पौधे वन विभाग द्वारा तथा 2.24 करोड़ पौधे लोक निर्माण, सिंचाई, ग्राम्य विकास, शिक्षा आदि विभागों द्वारा रोपित किये जाएंगे।

‘स्कूल चलो अभियान’ के आयोजन के लिए विभागीय मंत्रिगण एवं अधिकारियों को बधाई देते हुए योगी जी ने कहा कि पहली बार गरीब का बच्चा भी अच्छे कपड़े पहनकर काॅन्वेण्ट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की तरह स्कूल जा रहा है। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि यह अभियान हर गांव, कस्बे तथा शहर में संचालित हो और प्रदेश का कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रहे। प्रत्येक बच्चे को समय से किताब, जूते-मोजे, बैग, पुस्तकें आदि उपलब्ध करा दी जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में एक लाख 59 हजार प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय तथा 5 लाख शिक्षक हैं। इन स्कूलों में लगभग एक करोड़ 52 लाख बच्चे पढ़ते हैं। इसके मद्देनजर यह एक बड़ा अभियान है। अभियान के तहत स्कूल आने वाले अतिरिक्त बच्चों को पुस्तकें, यूनीफाॅर्म आदि सुविधाएं समय से उपलब्ध करा दी जानी चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि 6 से 14 वर्ष का प्रत्येक बच्चा स्कूल आये। विद्यालय में पठन-पाठन का माहौल बनाये रखने पर यही बच्चे खूब पढ़कर-आगे बढ़कर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान करेंगे।

कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे कम से कम एक पौधा लगाकर उसकी रक्षा अपने संतान की तरह करें। इससे बड़े पैमाने पर पेड़ लगेंगे और पर्यावरण बेहतर होगा। वन मंत्री श्री दारा सिंह चैहान ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पेड़ है तो प्राण है। इसके दृष्टिगत जीवन बचाने के लिए पेड़ों को बचाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वन विभाग ने प्रदेश में अवैध कटान, शिकार तथा खनन को रोकने में सफलता प्राप्त की है।

बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जैसवाल ने कहा कि पेड़ हमें हवा, फल, फूल, औषधियां आदि देते हैं। वनों के नष्ट होने से मिलता कम है, खो अधिक जाता है। ऋषियों को पर्यावरण संरक्षण का महत्व पता था। इसीलिए पीपल, वट, तुलसी आदि देव वृक्ष कहे जाते हैं। बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दिलाने के मद्देनजर मुख्यमंत्री जी का बेसिक शिक्षा पर विशेष ध्यान है। स्कूल चलो अभियान की सफलता के लिए जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिया जा रहा है। नयी यूनीफाॅर्म से बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ा है। इससे पढ़ाई के प्रति उनकी लगन बढ़ेगी और ग्रामीण क्षेत्र का बच्चा भी किसी भी क्षेत्र में अपना नाम रौशन कर सकता है।

वन विभाग के अपर मुख्य सचिव संजीव सरन ने इस अवसर पर कहा कि इस वर्ष वृक्षारोपण अभियान को जनआन्दोलन के रूप में चलाया जाएगा। अभियान में स्कूली बच्चों, किसानों, सैनिकों, व्यापार मण्डल आदि का सहयोग लिया जाएगा। वन महोत्सव के दौरान प्रभात फेरियां निकाली जाएंगी। 5 जुलाई, 2017 को लगभग 5 करोड़ स्कूली छात्रों को वृक्षारोपण तथा पर्यावरण संरक्षण के सम्बन्ध में शपथ दिलायी जाएगी।