लखनऊ: नगर निगम और अन्य जिम्मेदार विभागों की लापरवाही का खामियाजा पहली बारिश में शनिवार को शहर के लोगों को भुगतना पड़ा। सबसे बड़ी घटना डालीगंज पुल के नीचे हुई। जहां यात्रियों से भरी सरकारी बस पुल के नीचे हुए जलभराव में डूब गई। बस में फंसे यात्रियों को लोगों ने सीढ़ी की मदद से खिड़कियों से निकाला। इस बीच बस में फंसे लोग चीख-पुकार मचाने लगे। जिसे सुनकर आसपास के लोग मदद को आगे आए और बस में फंसे लोगों को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला।
महिलाएं डर के मारे कांपती नजर आईं। बस के फंस जाने और लोगों को निकालने की जद्दोजहद के चलते इस मार्ग पर काफी लम्बा जाम लग गया। उधर, इस्लामिया कॉलेज के बगल में खंदारी बाजार के माता हिंगलाज देवी मार्ग पर लोगों के घरों में पानी भर गया। यहां घरों में पानी भरने का कारण मेट्रो निर्माण कार्य को बताया जा रहा है। सेंवेंथ डे स्कूल के बगल से जा रहे नाले को बंद कर देने की वजह से नाले का गंदा पानी उफना गया और लोगों के घरों के अंदर तक पानी भर गया। इंदिरानगर के कई इलाकों में भारी जलभराव हो गया। यहां मुख्य सड़कें और सर्विस लेन में भी पानी भर गया। कई लोग घरों में कैद हो गए। गुडम्बा, टेढ़ी पुलिया पर भी भारी जलभराव हो गया। मुंशीपुलिया पर एक कार नाले में गिर गई जिसे क्रेन की मदद से निकलवाया गया।

पहली बरसात ने ही नगर निगम की सफाई व्यवस्था की खोली पोल: गौरव माहेश्वरी

लखनऊ संयोजक गौरव माहेश्वरी ने नगर निगम लखनऊ की सफाई व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि राजधानी लखनऊ में हुई पहली बरसात ने ही नगर निगम की सफाई व्यवस्था के दावों की पोल खोल दी है | राजधानी में शनिवार को हुई बारिश से पूरा शहर डूब गया | डालीगंज पुल पर बारिश के बाद रेलवे पुल के नीचे पानी में रोडवेज बस का आधा हिस्सा डूब गया, स्थानीय लोगों की मदद से बस में फंसे लोगों को बड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया |
उन्होंने कहा कि नगर निगम ने मानसून आने से पहले शहर के चोक नाले, नालियों की सफाई नहीं कराइ | पानी की निकासी के लिए कोई उचित प्रबंध नहीं कराये गये | जिसकी वजह से बरशात का पानी सड़कों पर भर गया | हमेशा की तरह इस बार भी निगम ने कागजों पर सफाई का काम दिखाते हुए करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार किया है | आम आदमी पार्टी ने निगम की सफाई व्यवस्था पर हमेशा सवाल खड़े करती रही है, निगम द्वारा हर साल किये जा रहे करोंड़ों रूपये के भ्रष्टाचार की शिकायत नगर विकास मंत्री सहित मुख्यमंत्री से भी की गई लेकिन उनके द्वारा आज तक निगम के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई जिसका खामियाजा आज जनता को भुगतना पड़ रहा है |