नई दिल्ली : राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए बीजेपी अपने उम्मीदवार का ऐलान करने से पहले हर पार्टी से बात कर रही है. इस क्रम में शुक्रवार को बीजेपी नेता वेंकैया नायडू और राजनाथ सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके निवास पर मुलाक़ात की.

कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, राष्ट्रपति चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष से बीजेपी नेताओं की मुलाक़ात हुई. हालांकि इस दौरान बीजेपी ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम का खुलासा नहीं किया.

बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कमेटी बनाकर वन टू वन पार्टी मीटिंग की रणनीति बनाई है. बड़े दल और छोटे दलों से बीजेपी नेताओं का अलग-अलग पैनल बात कर रहा है.

हालांकि, इसके लिए बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा बनाई गई तीन सदस्यीय कमेटी अपना काम तो कर ही रही है पर सूत्रों के मुताबिक इस कमेटी को सपोर्ट देने के लिए कई लोगों महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है.

इसके तहत केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी को महाराष्ट्र के नेताओं से बात करने की जिम्मेदारी दी गई है. 18 जून को बीजेपी अध्यक्ष की शिवसेना प्रमुख से मुलाकात से पहले बातचीत का खाका गडकरी ही तैयार करेंगें. गडकरी की कोशिश शिवसेना नेताओं की नाराजगी दूर करने की होगी.

गडकरी को एनसीपी तक भी अपनी बात पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गयी है. पार्टी को उम्मीद है कि वो जब एनसीपी से किसानों के लिए आने वाले दिनों में कुछ कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा का वादा करेगी तो इससे उसके रुख में नरमी जरूर आएगी.

वहीं, दूसरी ओर बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव को एआईडीएमके के दोनों धड़ों से बात करने की जिम्मेदारी दी गयी है, पार्टी के शीर्ष नेताओं का मानना है कि बिखराव के दौर से गुजर रही अन्ना द्रमुक के दोनों धड़ों के पास सिवाय बीजेपी के समर्थन अलावा कोई चारा नहीं है क्योंकि डीएमके पहले ही साफ कर चुका है कि विपक्ष के धड़े में वो है.