लखनऊ। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद रिक्त होने जा रही गोरखपुर संसदीय सीट से हिन्दू महासभा लोकतांत्रिक के अध्यक्ष डा0 संतोष राॅय ने चुनाव लड़ने की घोषणा की है। हालांकि अभी तक इस सीट से किसी भी बड़े दल ने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रीति महाजन के नाम की चर्चा जरूर हो रही है। फिलहाल इस घोषणा के साथ ही पार्टी ने अपने नेता और राष्ट्रीय अध्यक्ष ड0 संतोष राॅय को चुनाव लड़ाने की तैयारियां भी शुरू कर दी है और इसके लिये पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताआंे के साथ बैठकों के कार्यक्रम तय कर दिये गये है। जानकारी हो कि अभी तक गोरखपुर की संसदीय सीट से योगी आदित्यनाथ भाजपा के सांसद रहे है और उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद से यहां उपचुनाव सुनिश्चित है, और इसके लिये हिन्दु महासभा लोकतांत्रिक ने मजबूती के साथ चुनाव में उतरने की तैयारी कर ली है। उधर गोरखपुर की संसदीय सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाले डा0 संतोष राॅय का कहना है कि अभी तक इस सीट पर गोरक्षनाथ पीठ के पीठाधीश्वर ही चुनाव लड़ते रहे है, लेकिन अब ऐसा नहीं होने जा रहा है, इस सीट से योगी के हटने के बाद हिन्दू महासभा लोकतांत्रिक चाहती है कि वहां से हिन्दू महासभा से जुड़ा व्यक्ति ही संसद में पहंुचे और इसके लिये योगी को भी इसका समर्थन करना चाहिए। गोरखपुर की संसदीय सीट को हिन्दू महासभा की परम्परागत सीट बताते हुये डा0 राॅय ने कहा कि गोरक्षनाथ मन्दिर के पीठाधीश्वर भले ही भाजपा के सांसद रहे हो लेकिन हिन्दू महासभा के विचारधारा से पूरी तरह जुड़कर उसका सम्मान करते रहे है और कर रहे है। दूसरी तरफ पार्टी ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष डा0 संतोष राॅय को मैदान में उतारने की रणनीति तैयार ली है, और प्रदेश के चुनिन्दा सक्रिय कार्यकर्ताओं को गोरखपुर में कार्य करने के लिये लगाया जा रहा है, और इसके लिये बैठकों का दौर भी शुरू हो चुका है, और प्रमुख लोगों से जनसम्पर्क शुरू किये जा चुके है। मालूम हो कि गोरक्षनाथ के महन्त दिग्विजय नाथ हिन्दू महासभा के समर्थित उम्मीदवार के तौर पर 1967 में पहली लोकसभा के लिये सदस्य चुने गये, लेकिन अगले ही वर्ष उनका अवसान हो गया उसके बाद उनके शिष्य महन्त अवैद्यनाथ हिन्दू महासभा के बैनरतले 1970 में गोरखपुर सीट का प्रतिनिधित्व करते हुये पहली बार संसद में पहंुचे। इससे पहले महन्त अवैद्यनाथ 1962, 1967 और 1974 में मनीराम विधानसभा क्षेत्र हिन्दू महासभा के विधायक रहे, हालांकि वह 1977 में जनता पार्टी से विधायक चुने गये, उसके बाद योगी आदित्यनाथ के गुरू महन्त अवैद्यनाथ वर्ष 1989 में प्रधानमंत्री श्री वी0पी0 सिंह के कार्यकाल के दौरान हिन्दू महासभा के अन्तिम बार सांसद चुने गये, साथ ही उसी दौरान मनीराम सीट से ओमप्रकाश भी हिन्दू महासभा के टिकट पर जीत दर्जकर उत्तर प्रदेश विधानसभा पहंुचे थे। कुछ राजनैतिक विवशता के कारण महन्त अवैद्यनाथ नाथ वर्ष 1991 में हुये लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े और उनके अवसान के बाद उनके शिष्य वर्तमान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर भाजपा सांसद दायित्व निभाते रहे। फिर भी मन से हिन्दु महासभाई बने रहे और जिसका उदाहरण भाजपा सांसद होते हुये भी गोरखपुर शहर में अपने करीबी डा0 राधा मोहन दास अग्रवाल को हिन्दू महासभा का टिकट दिलवाकर वर्ष 2002 में उत्तर प्रदेश की विधानसभा में पहंुचवाया