शर्ट्स एवं ट्राउजर्स पर गार्मेंट एक्सचेंज प्रोग्राम की पेशकश

लखनऊ: रेमंड ने आज एक राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार विजेता स्वयंसेवी संगठन ‘गूंज‘ के सहयोग से गार्मेंट एक्सचेंज प्रोग्राम – ‘लुक गुड, डु गुड‘ को लॉन्च करने की घोषणा की है। इस अभियान के तहत रेमंड के शोरुम पर पुराने शर्ट और पैंट लेकर आने वाले ग्राहकों को फ्री टेलरिंग की सुविधा दी जाएगी।
गौरतलब है कि रेमंड पिछले 9 दशकों से वॉर्सटेड सूटिंग फैब्रिक्स की निर्माता, विपणनकर्ता और रिटेलर है। पिछले साल ट्राउजर एक्सचेंज प्रोग्राम को मिले जबरदस्त प्रतिसाद के बाद रेमंड ने इस साल शर्ट्स के लिये भी इस ऑफर का विस्तार करने का फैसला किया है। यह उपभोक्ता पहल पुराने ट्राउजर्स या शर्ट्स के बदले में नये ट्राउजर्स तथा शर्ट्स की जोड़ी पर फ्री कस्टम टेलरिंग की पेशकश करती है।

यह सामाजिक पहल 1 जून 2017 से शुरू और 2 जुलाई 2017 तक चलेगी। इसका संचालन देश भर के 380 से अधिक शहरों में 1000 से ज्यादा स्टोर्स पर किया जायेगा। इस एक्सचेंज प्रोग्राम से प्रत्येक ग्राहक को अपने पुराने ट्राउजर्स तथा शर्ट्स को दान करने का अवसर प्रदान करता है। इन ट्राउजर्स और शर्ट्स को जरूरतमंद लोगों को दिया जायेगा। इसके बदले में ग्राहकों को रेमंड फाइन फैब्रिक्स से तैयार कस्टम टेलर्ड ट्राउजर्स का अनुभव प्राप्त करने का मौका भी मिलेगा।

ग्राहक इस ऑफर को प्राप्त करने के लिए समूचे देश के रेमंड शॉप्स में अपने पुराने ट्राउजर्स/शर्ट्स को ला सकते हैं। अपने पुराने कपड़े के बदले वे कस्टम-मेड ट्राउसर्ज या अपनी फिट के अनुसार स्टाइल की गई शर्ट सिलवाने के लिये बेहतरीन फैब्रिक्स की व्यापक श्रृंखला में से चुनाव कर सकते हैं। प्रति ट्राउजर/शर्ट एक सिंगल वाउचर केवल ट्राउजर/शर्ट की मुफ्त कस्टम टेलरिंग सेवाओं के लिए नगदीकरण योग्य होगा। ग्राहक स्टोर में किसी भी संख्या में ट्राउजर्स को उपलब्ध करा कर समान संख्या में मोबाइल वॉउचर्स को प्राप्त कर सकेंगे।

इस लॉन्च पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शांतिस्वरूप पांडा, चीफ मार्केटिंग ऑफिसर, रेमंड लिमिटेड ने कहा कि, ‘‘एक ब्रांड के रूप में रेमंड द्वारा ‘द कम्प्लीट मैन‘ की विभिन्न पहलुओं के अनुरूप सेवायें प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि पिछले साल हमारी इस पहल को जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ग्राहकों ने 2,10,000 से अधिक ट्राउजर्स एक्सचेंज किये।

इस सामाजिक पहल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अंशु गुप्ता, संस्थापक – गूंज ने कहा कि, ‘‘गूंज के लिए गरिमा का विशेष महत्व है। हमारी राष्ट्रव्यापी पहल ‘क्लोथ फॉर वर्क’ के अंतर्गत लोगों ने अपने स्वयं के गांवों के लिए सामुदायिक पहलों को शुरु किया है।