युनिवर्सिटी आॅफ पेट्रोलियम एण्ड एनर्जी स्टडीज़ ने आज अपनी 15 वीं सालाना कोन्वोकेशन सेरेमनी में 2645 छात्रों को डिग्रियां दीं। इस मौके पर केन्द्र एवं राज्य सरकार के कई प्रतिनिधियों ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री माननीय श्री प्रकाश जावड़ेकर इस मौके पर मुख्य अतिथि थे। उत्तराखण्ड के राज्यपाल डाॅ. के.के. पाॅल; उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत तथा उत्तराखण्ड में उच्च शिक्षा के राज्य मंत्री श्री धन सिंह रावत ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।

ग्रेजुएशन की डिग्री पाने वाले छात्रों को बधाई देते हुए श्री जावड़ेकर ने कहा, ‘‘भारत सरकार उच्च शिक्षा में बड़े सुधार ला रही है। हम एक हायर एजुकेशन फाइनेन्स एजेन्सी बना रहे है। जो अगले तीन सालों में भारत के शैक्षणिक संस्थानों को रीसर्च के लिए 20,000 करोड़ रु का ऋण देगी। हमारी आॅनलाईन एजुकेशन इनीशिएटिव ‘स्वयं’ 2000 कोर्सेज़ पेश करगी, जिनके द्वारा छात्र किसी भी स्थान पर किसी भी समय पढ़ सकेंगे।’’

‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 2030 तक भारत को विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी की दृष्टि से तीसरी सबसे बड़ी पावर बनाने का दृष्टिकोण तय किया है और आप युवा ही इसे सम्भव बना सकते हैं।’’ उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा।

उन्होंने युनिवर्सिटी को बधाई दी जो बी टेक एलएलबी जैसे स्पेशलाइज़्ड कोर्सेज़ के द्वारा बदलते माहौल के साथ अपने को बदल रही है और छात्रों को आधुनिक कोर्सेज़ उपलब्ध करा रही है।

इस साल तीनों अंडरग्रेजुएट स्ट्रीम- इंजीनियरिंग, मैनेजमेन्ट और लाॅ में महिला छात्रों ने गोल्ड मैडल हासिल किए हैं। कुल मिलाकर कर 6 गोल्ड, 59 सिल्वर और 3 इन्सटीट्यूशनल मैडल दिए गए।

यूपीईएस के सीईओ और प्रेज़ीडेन्ट श्री उत्पल घोष ने विजेताओं और नए स्नातकों को बधाई दे, उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।