नई दिल्ली: केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने मंगलवार को कहा कि विजय माल्या को भारत लाना आसान मुद्दा नहीं है. हालांकि उन्होंने आश्वासन दिया कि भगोड़े शराब व्यवसायी को भारत लाया जाएगा. लेकिन माल्‍या को इंग्लैंड से भारत लाने की समय सीमा बताने से इनकार कर दिया.

उन्होंने कहा कि मंगलवार को ब्रिटेन में माल्या की प्रत्यर्पण प्रक्रिया की सुनवाई शुरू होगी. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) विजय माल्या के प्रत्यर्पण के लिए प्रक्रिया की रूपरेखा तैयार कर रही है. प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है.

सिंह ने कहा, 'भारत और ब्रिटेन के बीच एक संधि है. ब्रिटेन हमारे द्वारा प्रत्यर्पण संधि के तहत जमा किए गए दस्तावेजों की जांच कर रहा है.' मंत्री ने कहा कि माल्या को भारत लाने के लिए समय सीमा तय नहीं की जा सकती, क्योंकि विदेशी सरजमीं से किसी व्यक्ति की प्रत्यर्पण प्रक्रिया कहीं अधिक जटिल है.

माल्या पर भारतीय बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है. पिछले साल मार्च में वह भारत से फरार हो गए थे, तब से ब्रिटेन में ही रह रहे हैं.

मंगलवार को प्रत्यर्पण से जुड़े मामले की सुनवाई के सिलसिले में माल्‍या वेस्टमिंस्टर की मजिस्ट्रेट अदालत में पेश हुए थे. यहां से उन्हें चार दिसंबर तक जमानत दे दी गई. किंगफिशर एयरलाइंस के प्रमुख रह चुके 61 साल के माल्या अप्रैल में अपनी गिरफ्तारी के बाद से जमानत पर हैं.