काडर्फि : पाकिस्तान के खिलाफ आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के पहले सेमीफाइनल में बुधवार को इंग्लैंड का पलड़ा पाकिस्तान पर भारी रहने की उम्मीद है. इंग्लैंड की नजरें 50 ओवरों में अपने पहले आईसीसी खिताब की ओर अगला कदम बढाने पर होगी. तीन बार वर्ल्ड कप फाइनल खेल चुका इंग्लैंड पिछले 42 साल में 50 ओवरों के क्रिकेट का कोई खिताब नहीं जीत सका है. ईयोन मोर्गन की टीम काफी संतुलित है और इस बार खिताब की मजबूत दावेदार भी है. अभी तक इंग्लैंड टूर्नामेंट की बेस्ट टीम रही है और एक भी मैच हारी नहीं है. दूसरी ओर पहले मैच में भारत से हारने के बाद पाकिस्तान ने अच्छी वापसी की है.

दूसरी ओर आस्टेलिया और न्यूजीलैंड में 2015 में हुए वर्ल्ड कप से पहले दौर में बाहर होने के बाद इंग्लैंड ने अपने प्रदर्शन में जबर्दस्त सुधार किया है. उसने पिछले साल अपनी सरजमीं पर पाकिस्तान को वनडे सीरिज में 4.1 से हराया जिसमें टेंट ब्रिज में विश्व रिकार्ड 444 रन का स्कोर शामिल है.

बेन स्टोक्स के रूप में इंग्लैंड के पास दुनिया के बेस्ट ऑलराउंडर्स में से एक है जो गेंद और बल्ले दोनों से किसी भी टीम की बखिया उधेड़ सकता है. यही वजह है कि आईपीएल में वह 20 लाख डालर से अधिक दाम में बिका.

जो रूट भी विश्व स्तरीय बल्लेबाज हैं और फार्म में हैं. मिडिल ऑर्डर में मोर्गन और जोस बटलर हैं जबकि सलामी बल्लेबाज एलेक्स हेल्स और जासन रे टॉप ऑर्डर में अच्छी शुरूआत दे रहे हैं.

तेज गेंदबाजों जैक बाल और लियाम प्लंकेट का प्रदर्शन भी अच्छा रहा है जबकि मार्क वुड ने स्ट्राइक बॉलर के रूप में कप्तान मोर्गन के भरोसे को सही साबित किया है। टखने के तीन आपरेशन के बाद वुड टीम में लौटे हैं लेकिन उनकी स्पीड जस की तस है.

दूसरीतरफ पाकिस्तान ने कप्तान सरफराज अहमद की पारी के दम पर श्रीलंका को तीन विकेट से हराया जिससे उसका मनोबल बढ़ा होगा. इस हार के लिए हालांकि श्रीलंका खुद दोषी रहा जिसने बेहद लचर फील्डिंग का प्रदर्शन किया.

सलामी बल्लेबाज फखर जमान ने भी श्रीलंका के खिलाफ 36 गेंद में 50 रन बनाए लेकिन मध्यक्रम के बल्लेबाजों का प्रदर्शन चिंता का सबब होगा. गेंदबाजी में तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर, जुनैद खान, हसन अली और फहीम खान ने प्रभावित किया.