बर्मिंघम: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के पहले मैच में टीम इंडिया के खिलाफ पाकिस्तान की टीम बिल्कुल भी लय में नहीं नजर आई थी, लेकिन बुधवार को बर्मिंघम में दक्षिण अफ्रीका के साथ खेले गए मैच में उसने प्रभावी प्रदर्शन किया और 19 रन से जीत दर्ज कर ली और सेमीफाइनल की उम्मीदें कायम रखीं. हालांकि उसे यह जीत डकवर्थ लुईस नियम से मिली, क्योंकि दूसरी पारी में 27 ओवर का ही खेल हो पाया, लेकिन उसने शानदार गेंदबाजी से दक्षिण अफ्रीका को बड़ा स्कोर नहीं खड़ा करने दिया. पाक की ओर से हसन अली ने तीन विकेट, जबकि इमाद वसीम और जुनैद खान ने दो-दो विकेट चटकाए. मोहम्मद हफीज को एक विकेट मिला.

दक्षिण अफ्रीका की ओर से रखे गए 220 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान ने 27 ओवर में 3 विकेट पर 119 रन बनाए और बारिश से खेल रुकने तक वह डकवर्थ लुईस नियम के आधार पर अफ्रीका से 19 रन आगे थी. जब बारिश नहीं रुकी तो पाकिस्तान को विजयी घोषित कर दिया गया.

बाबर आजम (31) और शोएब मलिक (16) नाबाद रहे. फखार जमान ने तेजी से 23 गेंदों पर 31 रन (6 चौके) बनाए. मॉर्ने मॉर्केल ने दो विकेट झटके.

प्रोटियाज टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 50 ओवर में 8 विकेट पर 219 रन बनाए. डेविड मिलर (75 रन, 104 गेंद, 1 चौका, 3 छक्के) नाबाद लौटे. मिलर ने 83 गेंदों में फिफ्टी पूरी की. उन्होंने कागिसो रबाडा (26) के साथ आठवें विकेट के लिए 44 रनों की अहम साझेदारी करके टीम को 200 पार पहुंचाया. इससे पहले मिलर ने सातवें विकेट के लिए क्रिस मॉरिस (28) के साथ 47 रन जोड़े थे.

दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज संघर्ष करते दिखे. डेविड मिलर के अलावा कोई नहीं जम पाया. शानदार फॉर्म में चल रहे हाशिम अमला भी कुछ खास नहीं कर सके और 16 रन पर इमाद वसीम का शिकार हो गए. उस समय टीम का स्कोर 40 रन था. क्विंटन डि कॉक ने 33 रन बनाए. फाफ डु प्लेसिस ने 26 रन जोड़े, तो वहीं कप्तान एबी डिविलियर्स खाता भी नहीं खोल पाए. वह वनडे में पहली बार पहली ही गेंद पर शून्य पर आउट (गोल्डन डक) हुए. क्रिस मॉरिस ने 28 रन बनाए. उन्हें 22 रन के निजी स्कोर पर जीवनदान मिला, जब वह बोल्ड हो गए, लेकिन गेंद नोबॉल निकल गई. हालांकि वह इसका फायदा नहीं उठा पाए.