सरगना समेत चार गिरफ्तार, लूटी गयी दाल-तेल समेत 10 लाख का माल बरामद

सुलतानपुर। सवारी बनकर उत्तर प्रदेश में ट्रकों को लूटने वाला गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ा। सरगना समेत चार बदमाशों के निशानदेही पर पुलिस ने करीब 10 लाख रूपए की दाल, सरसो का तेल इत्यादि सामान भी बरामद किया है। लुटेरों को पुलिस ने जेल भेज दिया है।

गुरूवार को स्थानीय नगर कोतवाली में एसपी रोहन पी कनय ने पत्रकार वार्ता में अन्र्तप्रान्तीय लूट गैंग के भंडा फोड़ की जानकारी दी। मीडिया के समक्ष सरगना समेत चार बदमाशों को पेश किया। सरगना कादीपुर कोतवाली क्षेत्र के मोहमदाबाद निवासी छोटेलाल उर्फ मामा हत्थे चढ़ा है। गैंग के सदस्य जौनपुर जिले के उदयभान सिंह, चांदा थाना के गौरा निवासी सुशील तिवारी, लम्भुआ थाना क्षेत्र के पैगीपुर निवासी मनोज यादव भी गिरफ्तार किए गए। जिनकी निशानदेही पर पुलिस टीम ने तेल, डालडा और दाल की बोरी समेत करीब 10 के खाद्य पदार्थ बरामद हुए। एसपी रोहन पी कनय ने बताया कि बुधवार को स्वाट टीम प्रभारी सत्यप्र्रकाश सिंह और नगर कोतवाली प्रभारी चंद्रशेखर सिंह को सूचना मिली कि गोसाईगंज की तरफ से एक पिकअप पर चोरी का खाद्य पदार्थ बेचने के लिए आ रही है। जिस पर पुलिस टीम ने पिकअप को रोक लिया। कगाजात मांगने पर उनके पास कुछ भी नही मिला। पिकअप पर सवार छोटेलाल, मनोज यादव, उदयभान, सुशील तिवारी को हिरासत में ले लिया गया है। तलाशी में उनके पास से 90 हजार नगदी और मोबाइल फोन बरामद हुए। पूछताछ में छोटेलाल और मनोज ने बताया कि 19 मई को उन लोगों ने अमरजीत यादव व लल्ला सवारी बनकर रामादेवी पर ट्रक नम्बर यूपी 70 बीटी 2008 पर बनारस जाने के लिए बैठ लिए थे। इलाहाबाद के हड़िया पहुंचने पर ट्रक ड्राईवर को कब्जे में लेने के बाद नशीला पदार्थ खिलाकर सुला दिया था। उनसे बाद ट्रक कादीपुर लेकर चले आए थे। जहां पर संजीत बरनवाल के बताए ठिकाने पर ट्रक पर लदे सामान उतार दिए थे। संजीव की पिकअप पर लूटा गया तेल और दाल लेकर सुलतानपुर बेचने आ रहे थे। छोटेेलाल और मनोज यादव ने यह भी बताया कि दोनों के साथ लल्ला व भरत पाल कानपुर शहर में जाकर थोक व्यापारियों के यहां देखते रहते है कि सामान किस ट्रक में लोड होकर किस जिले में जाएगा। योजना बद्ध तरीके से उसी ट्रक पर सवारी बनकर बैठ रास्ते में लूट की घटना को अंजाम दे देते है।

कई और माल लदे ट्रकों की लूट का भी खुलासा

पुलिस अधीक्षक रोहन पी कनय ने बताया कि इस घटना के माह भर पहले लखनऊ से गोड़ा जा रही ट्रक जिसमें दाल लदी थी। चिन्हट में सवारी बनकर बैठ गए और उसे लखनऊ व बराबंकी के बीच लूट लिए थे। ट्रक पर लदी दाल को चांदा थाने के सुलतान शाहिद गांव में सुशील के मिलने वाले प्रेमचंद्र विश्वकर्मा के यहां उतार दिए थे। ट्रक व चालक को आजमगढ़ छोड़कर चले आए थे। बिकने के बाद बची बोरिया सुलतान शाहिद गांव में प्रेमचंद्र विश्वकर्मा के मकान में रखी थी। जिन्हे सुशील तिवारी के निशानदेही पर बरामद कर लिया गया है।