नई दिल्ली: मध्यप्रदेश के मंदसौर में पुलिस फायरिंग में छह किसानों की मौत के बाद भारतीय किसान मजदूर संघ ने बुधवार को प्रदेश बंद की घोषणा की है. इस दौरान मालवा अंचल के मंदसौर, नीमच, रतलाम, देवास के अलावा राज्य के कई जिलों में व्यापक असर देखने को मिल रहा है.

मंदसौर में किसान एक बार फिर हिंसक हो गए. उन्होंने कलेक्टर की पिटाई कर दी. वहीं कई गाड़ियों में आग लगा दी. कई जगह पुलिस से और प्रदर्शनकारियों में झड़प भी हुई. प्रदर्शन को देखते हुए मंदसौर, नीमच, रतलाम और उज्जैन में मोबाइल और इंटरनेट बंद करने का आदेश जारी हुआ है.

जिलाधिकारी स्वतंत्र कुमार सिंह व पुलिस अधीक्षक ओ. पी. त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और चक्काजाम कर रहे लोगों को समझाने की कोशिश की, मगर भीड़ ने उन्हें घेर लिया। हालात बिगड़ते देख दोनों अफसरों ने वहां से निकलने की कोशिश की। वे भीड़ के बीच से भाग रहे थे तभी पीछे से लोगों ने जिलाधिकारी के सिर पर थप्पड़ जड़ दिए। वहीं पुलिस अधीक्षक से भी बदसलूकी की गई। दोनों अधिकारी किसी तरह सुरक्षित बच निकलने में सफल हुए। जिलाधिकारी सिंह ने पुलिस द्वारा गोलीबारी किए जाने से इंकार किया है और कहा कि उन्होंने गोलीबारी के आदेश नहीं दिए थे।

इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने तनावग्रस्त पिपलियामंडी इलाके में कर्फ्यू लगा दिया. जिले के शेष हिस्से में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है