लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में 19 मार्च, 2017 को नई सरकार के गठन के उपरान्त कुल 10.95 लाख अनुसूचित जाति के छात्रों को दशमोत्तर छात्रवृत्ति दी गई है, जो पिछली सरकार में इस छात्रवृत्ति से लाभान्वित छात्रों की संख्या से 3.73 लाख अर्थात 51.66 प्रतिशत अधिक है।
समाज कल्याण विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार वर्ष 2016-17 में अनुसूचित जाति के दशमोत्तर के 10,95,880 छात्र-छात्राओं को 1555.65 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति वितरित की गई है, जो वर्ष 2016-17 में वितरित की गई छात्रवृत्ति के सापेक्ष डेढ़ गुना अधिक है।

वर्ष 2015-16 के दौरान दशमोत्तर के 7.22 लाख अनुसूचित जाति के छात्रों को 1320.24 करोड़ रुपए की धनराशि छात्रवृत्ति के रूप में वितरित की गई थी। इसके सापेक्ष वर्ष 2016-17 में इन छात्रों की संख्या 3.73 लाख बढ़कर 10.95 लाख हो गई, जबकि छात्रवृत्ति की धनराशि में 235.71 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ, जो बढ़कर 1555.95 करोड़ रुपए हो गई।

दशमोत्तर छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति योजना के सम्बन्ध में अवगत कराया गया है कि शैक्षणिक संस्थाओं के लिए मास्टर डाटा में सम्मिलित होने और डाटा अपडेट करते हुए डिजिटल हस्ताक्षर से प्रमाणित करने के लिए 01 जून, 2017 से 30 जुलाई, 2017 (कक्षा 09-10 एवं कक्षा 11-12 के लिए 01 जून, 2017 से 15 जुलाई, 2017) तक की सीमा निर्धारित की गई है।

सभी छात्रों के लिए 01 जुलाई, 2017 से 01 नवम्बर, 2017 (कक्षा 09-10 एवं कक्षा 11-12 के लिए 01 जुलाई, 2017 से 28 सितम्बर, 2017) तक आॅनलाइन आवेदन की प्रक्रिया संचालित की जाएगी।
शैक्षणिक संस्था के मास्टर डाटा में जुड़ने से लेकर छात्रों के आवेदन तक सारी प्रक्रिया आॅनलाइन व डिजिटल हस्ताक्षर से सत्यापित की जाएगी। तत्पश्चात धनराशि का सीधा अंतरण पी0एम0एस0 के माध्यम से लाभार्थी के बैंक खाते में किया जाएगा।