नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पेरिस पर्यावरण समझौते से पीछे हटने के कुछ घंटों बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कार्बन उत्सर्जन में कमी और अगली पीढ़ी के लिए पृथ्वी को सुंदर और साफ बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई।

पीएम मोदी ने ट्रंप के पेरिस समझौते से हटने की फैसले के पक्ष या विपक्ष की बहस में नहीं पड़ते हुए कहा कि वह अगली पीढ़ी के भविष्य की ओर हैं और मेरा विचार है कि मनुष्य प्रकृति का शोषण नहीं कर सकता है।
उन्होंने कहा कि भारत-रूस के संबंधों में ऊंचाई भी बढ़ी है, गहराई भी बढ़ी है और इसलिए मैं राष्‍ट्रपति पुतिन को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि
आज पूरे विश्‍व का ध्‍यान स्‍वाभाविक रूप से एशिया की तरफ है तो स्‍वाभाविक रूप से उनका ध्‍यान भारत की ओर है। भारत में पूर्ण बहुमत वाली मजबूत सरकार आई है। आज भारत की जीडीपी वार्षिक दृष्टि से 7% है और दुनिया की बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था में तेज गति से बढ़ने वाली भारत की अर्थव्‍यवस्‍था है।

उन्होंने कहा कि यह निश्‍चित है जब राजनीतिक स्थिर होती है, क्‍लीयर विजन होता है, तभी रिफॉर्म की संभावना बनती है। लोकतांत्रिक व्‍यवस्‍था में रिफॉर्म हो, परफॉर्म हो और जनभागीदारी हो तो ट्रांस्‍फोर्मेशन बढ़ता है। विविधता भारत की ताकत और विशेषता है।

उन्होंने कहा कि एक जुलाई से भारत में जीएसटी लागू हो जाएगा और इसका लाभ देशभर को मिलेगा। इसका लाभ विदेशी निवेशकों को भी बखूबी मिलेगा। भारत ने फाइनेंशियल इनक्‍लूजन पर बल दिया है। प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत हर देशवासी को बैंक से जोड़ा गया है।