थर्ड अंपायर देगा नो बॉल, umpires call पर नहीं जायेगा रिव्यु का अधिकार

लंदन: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने टी 20 मैचों के दौरान खिलाड़ियों के लिए लाल कार्ड दिखाने और नो बॉल की ज़िम्मेदारी थर्ड अंपायर को देने के प्रस्ताव पर विचार शुरू कर दिया।

बीबीसी के अनुसार आईसीसी क्रिकेट समिति ने सुझाव दिया है कि टी 20 सभी अंतरराष्ट्रीय मैचों के दौरान खिलाड़ियों को अनुचित रवैया अपनाने और लड़ाई झगड़ा करने पर मैदान से निकालने के लिए लाल कार्ड दिखाया जाएगा जबकि सभी अंतरराष्ट्रीय मैचों में नो बॉल के निर्णय की जिम्मेदारी भी मैदानी अंपायर से लेकर थर्ड अंपायर को सौंपी जाए।

भारतीय क्रिकेटर अनिल कुंबले की अध्यक्षता में लंदन में होने वाले क्रिकेट परिषद की दो दिवसीय बैठक में टेस्ट क्रिकेट के महत्व को देखते हुए सर्वसम्मत से यह प्रस्ताव सामने आया है कि क्रिकेट के खेल को बढ़ावा देने और प्रचार के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टेस्ट क्रिकेट के मुक़ाबले शुरू किए जाएँ बैठक में इस बात की पुष्टि भी की गयी कि क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किए जाने के लिए प्रयास जारी रखा जायेगा ।
इन सिफारिशों में क्रिकेट के नियमों में जो बुनियादी संशोधन प्रस्तावित किये हैं उनमें यह भी शामिल है कि एक टीम द्वारा पगबाधा के फैसले को चैलेंज किए जाने पर यदि फैसला अंपायर' कॉल पर होता है तो इस मामले में टीम रिव्यु बरक़रार रहेगा ।

इस सिफारिशों और नियमों में संशोधन आईसीसी कार्यकारी समिति को पेश किया जाएगा और अगर उन्हें स्वीकार कर लिया गया तो इस साल अक्टूबर से उन पर लागू शुरू हो जाएगा।
दिलचस्प बात यह है कि अनिल कुंबले की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में डी आर एस या सरल शब्दों में मैदान में मौजूद अंपायर के फैसले पर थर्ड अंपायर दृष्टिकोण प्रणाली के पक्ष में सुझाव दिया है जबकि इस प्रणाली का भारत विरोधी रहा है और भारत के मैचों में इस प्रणाली का उपयोग नहीं किया जाता।
क्रिकेट समिति ने क्रिकेट नियमों के वर्ष 2017 के नए कोड पर भी विचार किया और इसमें अधिकांश प्रस्ताव स्वीकार करने की सिफारिश की जिनमें बल्ले की चौड़ाई और मोटाई के बारे में स्थितियां भी शामिल हैं और इसके अलावा अगर कोई बल्लेबाज रन बनाते हुए क्रीज में बल्ला लगाने में सफल हो जाता है, लेकिन ज़मीन पर टकराने के बाद बल्ला हवा में उछल जाता है तो इस मामले में बल्लेबाज को रन आउट नहीं माना जाएगा।