सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में मंगलवार को राजपूत और दलितों के बीच हिंसा के बाद अब भी वहां तनाव की स्थिति बनी हुई है. इसी बीच योगी आदित्‍यनाथ सरकार ने एक्‍शन लेते हुए सहारनपुर के एसएसपी सुभाष चंद्र दुबे और डीएम एनपी सिंह को सस्‍पेंड कर दिया है. शहर में हुई ताजा हिंसा के बाद यूपी सरकार ने यह कार्रवाई की है.

बुधवार को भी सहारनपुर में एक शख्‍स को गोली मार दी गई. मंगलवार को भी हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हुई, जबकि 20 अन्य घायल हो गए थे. हालांकि, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर पहुंचे चार वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि स्थिति तनावपूर्ण, पर नियंत्रण में है. मामले में अभी तक 24 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. दलितों और राजपूतों के बीच 3 हफ्तों में चौथी बार हिंसा मंगलवार के भड़क उठी, जिसमें एक शख्स की मौत हो गई और छह लोग घायल हो गए. कई घरों में तोड़फोड़ और आगजनी भी हुई. बीएसपी अध्यक्ष मायावती की रैली के बाद लौट रहे दलितों की गाड़ी पर भी हमला किया गया. ताजा हिंसा के लिए बीजेपी ने मायावती को ज़िम्मेदार ठहराया है. इस बीच गृह सचिव आईजी एसटीएफ समेत कई बड़े अधिकारियों को सहारनपुर भेजा गया है.

यूपी के मंत्री श्रीकांत शर्मा ने इस पर कहा कि सहारनपुर में अमन और शांति कायम हो गई थी. मायावती अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने गईं.

वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जनपद सहारनपुर में घटी घटना को दुःखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए घटना में मृत युवक के प्रति शोक संवेदना प्रकट की है. उन्होंने कहा है कि इस घटना के दोषी व्यक्तियों को चिन्ह्ति कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस संबंध में जो लापरवाही घटित हुई है, उससे संबंधित अधिकारियों को दंडित किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने धैर्य व संयम बनाए रखने के साथ-साथ विपक्षी दलों सहित सभी लोगों से शान्ति बहाली में सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि यह सरकार सबकी है. जाति, पंथ, मजहब के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा.