पंचायत ने कहा 50 हजार में मामला रफा दफा करो

विशाखापत्नम: आंध्र प्रदेश के विशाखापत्नम जिले के में दो नाबालिग आदिवासी लड़कियों से गैंगरेप का मामला सामने आया है। घटना ताजंगी गांव में हुई। लड़कियों के साथ 8 लोगों ने बलात्कार किया। लेकिन हैरानी की बात उस वक्त हो गई जब गांव के बुजुर्गों ने लड़कियों से कहा कि वे आरोपियों से 50000 रुपये मुआवजा लें और मामला रफा-दफा करें। पुलिस ने बताया कि आरोपियों में मंडल (ब्लॉक) के प्रतिनिधि का बेटा, एक हेड कॉन्सटेबल का बेटा और उनके 6 दोस्त शामिल हैं। फिलहाल ये सभी फरार हैं।

इन लड़कियों ने दो लड़कों के साथ (जिनमें से एक मामा या चाचा था) मेला देखने का प्लान बनाया था। लेकिन जब वे वहां पहुंचे तो पता चला कि आयोजन रद्द हो गया है। उस वक्त बहुत तेज बारिश हो रही थी। इससे बचने के लिए ये लोग एक बंद पड़ी दुकान के बाहर खड़े हो गए। आरोपी लड़कियों के साथ आए दोनों युवकों का पीछा करते हुए वहां पहुंच गए और दोनों लड़कियों से बलात्कार किया। दोनों युवक गांव गए और भीड़ को अपने साथ लेकर आए, जिसके बाद लड़कियों को गांव वापस ले जाया गया। पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने की जगह उनके परिवार आदिवासी समुदाय के रीति-रिवाजों के तहत गांव के बुजुर्गों के पास पहुंचे। स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक पंचायत ने रविवार को उन युवकों को समन जारी करते हुए दोनों पीड़ित लड़कियों को 50 हजार रुपये मुआवजा देने का आदेश दिया।

लड़कियों ने इसके लिए इनकार कर दिया और माता-पिता से सोमवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराने को कहा। डीएसपी अनिल ने टीएनएम को बताया कि लड़कियों को 50 हजार रुपये अॉफर किए गए थे, लेकिन हम यकीन से नहीं कह सकते कि गांव के बुजुर्गों ने इसका आदेश दिया, क्योंकि अब वे इस बात को मानने से इनकार कर रहे हैं। हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या आरोपियों के माता-पिता ने तो इसकी पेशकश नहीं की। चिंतापल्ली मंडल की पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ रेप और आदिवासियों पर अत्याचार के अलावा धारा 323, 341, 354, पॉस्को अधिनियम के सेक्शन 6 और एससी, एसटी पीओए कानून के सेक्शन 3 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने दोनों पीड़ित लड़कियों को मेडिकल एग्जामिनेशन के लिए भेज दिया है और आरोपियों को पकड़ने के लिए विशेष टीम गठित की हैं।