नई दिल्ली: पाकिस्तान की घुसपैठ के खिलाफ भारतीय सेना ने कार्रवाई करते हुए तोप से पाकिस्तान की चौकी तबाह कर दिया है। मेजर जनरल अशोक नरूला ने मंगलवार को बताया कि इस चौकी को आतंकवादियों की घुसपैठ मे मदद करने पर ये कार्रवाई की गई है। भारतीय सेना ने बताया कि ये वीडियो नौ मई का है। सेना ने इस 9 मई को किए गए इस ऑपरेशन में रॉकेट लॉन्चर्स, एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल, ऑटोमेटेड ग्रैनेड लॉन्चर्स का इस्तेमाल किया गया।

हालांकि पहले की तरह ही पाकिस्तान ने इस तरह की किसी घटना से इंकार किया है। पाक सेना ने कहा कि नौशेरा सेक्टर पर पाकिस्तानी पोस्ट को ध्वस्त करने का भारतीय दावा गलत है साथ ही कहा है कि पाकिस्तान ने इस इलाके में कोई गोलाबारी नहीं की है।

एक्सपर्ट का कहना है कि भारतीय सेना के इस हमले में पाकिस्तान के 20 से 25 सैनिकों के मारे जाने की संभावना है, क्योंकि अमूमन एक पोस्ट में एक वक्त में तकरीबन इतने ही सैनिक रहते हैं।

अशोक नरूला ने बताया कि एलओसी पर हमारा कब्जा है और नौशेरा में हुई कार्रवाई का 24 सेंकेड का वीडियो जारी कर दिया है। सेना का कहना है कि जम्मू-कश्मीर से 100 किलोमीटर दूर नौशेरा में सेना ने पाकिस्तानी चौकियों के खिलाफ कार्रवाई की है। पाकिस्तान की ओर से बर्फ पिघलने से और दर्रें पिघलने से घुसपैठ की आशंका है।

सेना ने इस मामले में 24 सेकंड का वीडियो जारी किया है। जिसमें यह दिखाई दे रहा है कि किस प्रकार सेना ने पाकिस्तानी पोस्ट को ध्वस्त कर दिया हैं। इस दौरान करीब 21 ब्लास्ट हुए और पाकिस्तान की पोस्ट पूरी तरह बर्बाद हो गई।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी की तरफ से हो रही गोलाबारी से भारत के गांवों को भी भारी नुकसान पहुंचता है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश की सीमा पर घुसपैठ रोके। नरूला ने बताया कि हमने हाल में नौशेरा में जो कार्रवाई की है वह घुसपैठियों के खिलाफ ही थी। यह कार्रवाई हमारी आतंकवाद विरोधी अभियान का हिस्सा है।

सेना का कहना है कि हम कश्मीर में अमन और शांति चाहते हैं। हम इसके लिए सीमा पर घुसपैठ को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि आतंकियों की संख्या कम से कम हो और राज्य के युवा गलत राह पर न चलें। हम आतंकियों को रोकने के लिए सीमा पर इस तरह की कार्रवाई करते रहते हैं।

गौरतलब है कि 6 मई की सुबह पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों के साथ मिलकर एलओसी पार करके गश्त कर रहे भारतीय जवानों पर हमला किया था और इस हमले में दो जवान शहीद हुए थे। भारतीय शहीदों के शवों के साथ पाकिस्तान ने बर्बरता की थी। उस वक्त सेना ने साफ किया था कि इस हमले का माकूल जवाब जरूर दिया जाएगा।