‘विदेश के सैर-सपाटे पर जाने वाले शाकाहारी भारतीय पर्यटकों के लिए सबसे अनुकूल गंतव्य-स्थल’ पर काॅक्स ऐंड किंग्स द्वारा कराये गये हाल के सर्वेक्षण के अनुसार, भारतीय शाकाहारी पर्यटकों के लिए शाकाहारी भोजन की सुलभता की दृष्टि से सबसे पसंदीदा गंतव्य-स्थलों की सूची में दुबई, यूनाइटेड किंगडम और सिंगापुर को शीर्ष स्थान प्राप्त हुआ है। छुट्टियां बिताने की अन्य पसंदीदा जगहों में अमेरिका, स्विट्जरलैंड, मलेशिया, इजरायल, थाइलैंड, आॅस्ट्रेलिया एवं न्यूजीलैंड शामिल हैं। यहां शाकाहारी एवं भारतीय रेस्तरां की संख्या में वृद्धि और भारतीयों की बढ़ती संख्या के चलते, भारतीय शाकाहारी पर्यटकों द्वारा ये स्थान सबसे अधिक पसंद किये जा रहे हैं।

काॅक्स ऐंड किंग्स के सर्वेक्षण में यह भी खुलासा हुआ कि हाॅलिडे की जगह तय करने में खान-पान के जगह की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है। 70 प्रतिशत शाकाहारी पर्यटकों ने शाकाहारी भोजन की सुलभता के आधार पर अपनी पसंदीदा जगहों का चुनाव किया। जबकि, 30 प्रतिशत लोगों ने गंतव्य स्थान के चुनाव के बाद, शाकाहारी रेस्तरां खोजने का निर्णय लिया।

चुने जाने वाले टूर एवं आवास के प्रकार के निर्धारण में शाकहारी भोजन के आश्वासन की अहम भूमिका होती है। 71 प्रतिशत शाकाहारी पर्यटकों ने काॅस्मोपोलिटन टूर की अपेक्षा वेजिटेरियन टूर का चुनाव किया, जिसका कारण शाकाहारी भोजन की उपलब्धता है। 53 प्रतिशत शाकाहारी पर्यटकों ने शाकाहारी रेस्तरां वाले होटलों को चुना, जबकि मात्र 20 प्रतिशत ने विविध व्यंजनों वाले रेस्तरां का चुनाव किया।

इस सर्वेक्षण में यह खुलासा भी किया गया है कि 20-45 वर्ष के आयु समूह की युवा पीढ़ी को ऐसे काॅस्मोपाॅलिटन टूर्स से कोई परहेज नहीं है जहां उन्हें शाकाहारी भोजन मिले, जबकि 46-65 वर्ष के आयु समूह वाले अधिकांश पर्यटक अत्यावश्यक रूप से ऐसे सामूहिक भ्रमण का चुनाव करते जहां शाकाहारी भोजन की सुलभता सुनिश्चित हो।

यह सर्वेक्षण जनवरी से मार्च 2017 के बीच किया गया, जिसमें हमारे कार्यालयों के जरिए 20-65 वर्ष के आयु समूहों वाले 5000 प्रतिक्रियादाताओं ने हिस्सा लिया।

जारी किये गये सर्वेक्षण के निष्कर्षों के बारे में, काॅक्स ऐंड किंग्स के हेड, रिलेशनशिप्स, श्री करण आनंद ने कहा, ‘‘शाकाहारी विदेशी टूर की मांग खास तौर पर गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान एवं तमिलनाडु से आ रही है। काॅक्स ऐंड किंग्स के शाकाहारी टूर्स की सबसे अधिक मांग इन्हीं राज्यों से आती है।’’