नई दिल्ली:नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने आज विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया. इसमें सौरभ भारद्वाज ने एक ईवीएम टाइप मशीन की लाइव टेम्परिंग का लाइव डेमो दिखाया. इससे पूर्व अरविंद केजरीवाल ने दावा किया था कि आज सदन में देश को बड़े षड्यंत्र का सच पता चलेगा. सौरभ ने लाइव डेमो के बाद कहा कि इस टेम्परिंग को पकड़ना आसान नहीं है. मैंने इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट को पड़ा और उनके जवाब पढ़े. कैसे भिंड के अंदर जिस मशीन के ऊपर कोई भी बटन दबाओ पर्ची बीजेपी की ही निकल रही थी. चुनाव आयोग ने इसकी जांच की, लेकिन उनकी रिपोर्ट का कोई सिर-पैर नहीं है.

सौरभ भारद्वाज दिल्ली विधानसभा में दिखाया कि ईवीएम में किस तरह से गड़बड़ी होती है। वह पहले झाडू और फिर एक-एक करके सभी पार्टी को एक-एक वोट दे देते हैं। फिर वह दोबारा आप, हाथी, भाजपा, कांग्रेस समेत पांचों पार्टियों को एक-एक वोट दे देते हैं। ऐसे सभी पार्टियों को दो-दो वोट मिल जाते हैं। सौरभ बताते हैं कि बूथों पर कुछ घंटे सही से ईमानदारी के साथ वोटिंग होती है फिर घपला तब शुरू होता है जब पार्टी कार्यकर्ता कथित रूप से वोटर बनकर वहां पहुंचकर कोड डाल देता है।
देखिए वीडियो

सौरभ भारद्वाज दावा करते हैं कि कोड डालकर मशीन में गड़बड़ी की जा सकती है। वह कुछ कोड भी दिखाते हैं। भारद्वाज दावा करते हैं कि बटनों के द्वारा पार्टी के कार्यकर्ता सीक्रेट कोड डालकर चले जाते हैं। वीडियो के मुताबिक, सौरभ ने सभी उम्मीदवारों को दो-दो वोट डाले। वहीं जो कथित कार्यकर्ता वोट डालने आया उसने अपना वोट भाजपा को देकर कोड एक्टिव कर दिया। जिसके बाद हुई वोटिंग में सबसे ज्यादा वोट आप को मिलने के बावजूद भाजपा का उम्मीदवार जीत गया।
सौरभ दिखाते हैं कि कोड डालने के बाद लोग वोट डालने आए और सबने झाड़ू को वोट दिया। जिसके बाद आप के 10 वोट हो जाते हैं। लेकिन जब रिजल्ट देखे जाते हैं को तीसरे नंबर यानी भाजपा के उम्मीदवार को सबसे ज्यादा वोट मिलते हैं। इसके बाद विधानसभा में हंगामा होने लगता है।