नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के पूर्व जल संसाधन मंत्री कपिल मिश्रा के आरोप के बाद आम आदमी पार्टी ने सफाई दी है। पार्टी नेता संजय सिंह ने कहा है कि कपिल मिश्रा भाजपा की भाषा बोल रहे हैं। उन्होंने कपिल पर ही सवाल खड़े करते हुए पूछा कि क्या अरविंद केजरीवाल ने उन्हें अपने घर बुलाकर कथित तौर पर पैसे लिये थे।

पार्टी प्रवक्ता संजय सिंह ने कपिल मिश्रा के आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा कि मंत्री पद जाने से वे बौखला गए हैं। उन्होंने कहा कि कपिल मिश्रा के माध्यम से आप सरकार के उत्पीड़न का खेल चल रहा है। उन्होंने पूछा कि आखिर कपिल मिश्रा यह क्यों नहीं बता रहे कि वह किस टाइम पर सीएम आवास गए थे जहां उन्होने केजरीवाल को कथित तौर पर रिश्वत लेते हुए देखा।

आम आदमी पार्टी की ओर से बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेस में संजय सिंह ने कहा, 'आम आदमी पार्टी की सरकार, आम आदमी पार्टी के मंत्रियों के उत्पीड़न का खेल चल रहा है, यह बड़ी साजिश का हिस्सा है। कपिल लगातार वही बात कर रहे हैं जो पिछले काफी वक्त से बीजेपी कहती आई है। वह बीजेपी की भाषा बोले रहे हैं।'

संजय सिंह ने कपिल के आरोपों पर सवाल उठाते हुए कहा कि कपिल कह रहे हैं कि दो करोड़ की रिश्वत ली, रिश्तेदार की डील करवाई। मजाकिया अंदाज में लोग पूछ रहे हैं कि क्या केजरीवाल ने मिश्रा को फोन कर के बुलाया था कि आओ, देखो मै पैसे ले रहा हूं। कपिल अगर सीएम के घर गए थे, तो ये बताएं कि कब गए थे। वे टाइम नहीं बता रहे। किस रिश्तेदार के लिए डील करवाई। यह भी बताने को तैयार नहीं हैं।

संजय ने कुछ महीने पहले कपिल मिश्रा द्वारा दी गई रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि उस वक्त तो कपिल ने कहा था कि एसीबी पर दबाव है और वो उन्हें वाटर टैंक मामले में फंसाना चाहती है। तो अब वही कपिल मिश्रा उसी एसीबी को टैंकर घोटाले के सबूत देने पहुंच गए।

अपने नेता पर लगे आरोपों पर सफाई के दौरान संजय सिंह ने भाजपा को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस उन्हें नैतिकता का पाठ ना पढ़ाएं। केजरीवाल इस्तीफा नहीं देंगे। जब उन्हें लगेगा तब वो इस मामले में बोलेंगे। उन्होंने केंद्र सरकार को चुनौती द‌ी क‌ि हमारे 63-64 व‌िधायक बचे हैं उन्हें भी उठाकर त‌िहाड़ में डाल दें जो करना है करें लेक‌िन हम डरने वाले नहीं है।

उन्होंने कहा कि देश नक्सलवाद और आतंकवाद से जूझ रहा है। सीमा रेखा पर जवानों के सिर काटे जा रहे हैं, लेकिन मोदी सरकार को इसकी चिंता नहीं है बल्कि उन्हें सिर्फ आम आदमी पार्टी सरकार को खत्म करने की चिंता है।