नई दिल्ली: दिल्ली में राजनीतिक भूचाल आना अब तय है. अब तक ईमानदारी के डंके पर सरकार बनाने वाली आम आमदी पार्टी के मुखिया और दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर ही भ्रष्टाचार के आरोप लग गए हैं. विपक्षी दलों ने उनके इस्तीफे की मांग की है.

यह आरोप किसी और ने नहीं शनिवार तक अरविंद केजरीवाल की ही कैबिनेट के मंत्री रहे कपिल मिश्र ने यह आरोप लगाए हैं. कांग्रेस के अन्य नेता शकील अहमद ने कहा कि केजरीवाल को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए ताकि कानून अपना काम कर सके. उनके पद पर रहते हुए निष्पक्ष जांच संभव नहीं है.

वहीं बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि कैबिनेट मंत्री ही जब ऐसे बात कर रहा है तो यह साफ है कि जो लोग भ्रष्टाचार को मिटाने की बात कर रहे थे अब वह खुद आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं. गुप्ता ने कहा कि जब हमने पूछा कि 11 महीनों तक टैंकर घोटाले की फाइल क्यों दबाकर रखी गई तब मुख्यमंत्री का कहना था कि हम भ्रष्टाचार के एक बड़े मामले का खुलासा करना चाहते थे.

बीजेपी नेता प्रभात झा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता सत्ता के लालची लोग हैं. ये लोग इस्तीफा नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को तत्काल इस सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए ताकि कानून निष्पक्ष होकर अपना काम कर सके.