लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हिन्दू युवा वाहिनी ने अपने सदस्यता अभियान पर रोक लगा दी है। हाल के कुछ दिनों में हिंसा के कई मामलों में हिन्दू युवा वाहिनी का नाम आने के बाद ऐसा किया गया है। हिन्दू युवा वाहिनी के महासचिव पी के मल ने न्यूज 18 को बताया है कि अगले छह महीने या सालभर तक हिन्दू युवा वाहिनी कोई भी नया सदस्य नहीं बनाएगी। मल के मुताबिक गैर भाजपाई दलों के लोग युवा वाहिनी में शामिल हो रहे हैं और गौ रक्षा और लव जेहाद के नाम पर प्रदेश भर में हिंसक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। मल ने ये भी आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के गुंडे अब भगवा गमछा धारण कर हिंसक वारदात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए वाहिनी के कार्यकर्ताओं को अलर्ट कर दिया गया है।

मल का यह बयान और सदस्यता अभियान पर रोक बुलंदशहर हिंसा के एक दिन बाद आया है। बुलंदशहर मामले में पुलिस ने हिन्दू युवा वाहिनी के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उन पर 60 साल के उस बुजुर्ग की पिटाई करने का आरोप है, जिसकी मौत हो गई। बुजुर्ग पर आरोप था कि वो एक रिश्तेदार को अंतर धार्मिक विवाह कराने के लिए मदद कर रहा था। मल ने तीनों लोगों के संबंध हिन्दू युवा वाहिनी से होने की पुष्टि की है लेकिन कहा है कि उन पर लगाए गए आरोप मनगढ़ंत हैं।

मल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का करीबी समझा जाता है। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में कई ऐसे लोगों ने वाहिनी में घुसपैठ करने की कोशिश की है जिनकी आपराधिक पृष्ठभूमि रही है। उन्होंने कहा कि अब वो लोग हर जिले का दौरा करेंगे और ऐसी घुसपैठ की पहचान करेंगे। उन्होंने कहा कि सीएम योगी का संदेश बहुत ही स्पष्ट है कि युवा वाहिनी राज्य सरकार की योजनाओं और नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का काम करेगी। ताकि जन मानस को उससे लाभ हो सके।