इठाई सेवा समिति ने इसी कडी में अपने सामाजिक दायित्व को निभाते हुए अपने नाम के
अनुकूल (इठाई का अर्थ है सच्चा मित्र) उन बच्चों से दोस्ती कर ली है जो कभी स्कूल
नहीे गये या स्कूल की राह बीच में ही छोड दी ।

इठाई ने झुग्गी एवं मलिन बस्तियों में रहने वाले बच्चे जिनके माता-पिता रोजी रोटी
कमाने के लिए शहरों में मजदूरी करने के लिए आते है लेकिन बच्चों के भविष्य से
बेपरवाह रहते है, स्कूल भेजना उन्हे फिजूल खर्ची और समय बरबादी लगता है ।
इठाई ने ऐसे बच्चों के लिए अपने कार्यलय इठाई सेवा समिति 2/242 सेक्टर पी0
मानसरोवर योजना, औरंगाबाद बिजनौर रोड ,लखनऊ में ‘इठाई की पाठशाला‘ नाम से ऐसे
बच्चों को शिक्षित करने का जिम्मेदारी ली है। बच्चों को सांय 05ः30 से 07ः30 प्रतिदिन
निःशुल्क पढाया जाता है और स्कूल जाने के लिए प्रेरित किया जाता है यह कोशिश है
बच्चे को स्कूल पहुचाने की। इस अनौपचारिक पाठशाला में संस्था की अध्यक्ष डाॅ किरण
दीक्षित संस्था की सदस्य श्रीमती सुधा सिंह , श्रीमती गीता श्रीवास्तव एवं स्वैच्छिक
कार्यकर्ता श्रीमती अनु सहगल , सानिया सहगल , सलोनी सहगल के मार्गदर्शन में बच्चों
को पढाया जाता है ।