असफल दरिंदों ने महिला को अधमरा कर लगाई आग

सुलतानपुर। हलियापुर गांव में एक साथ 5 दबंगों ने दिनदहाड़े घर में घुस कर
युवती की इज्जत लूटना चाही। बेटी की इज्जत जाते देख मां बचाव में आई तो
दबंगों ने उसे लोहे की राड से मारकर अधमरा करा दिया। जाते-जाते दबंग
पीडित के घर को आग के हवाले करके चले गए। हैरत की बात ये है कि सूचना पर
पहुंची पुलिस के सामने भी दबंगों की दबंगई चलती रही और पुलिस तमाशाबीन
बनी रही।

हलियापुर थाने के कस्बा बाजार में राकेश तिवारी का परिवार निवास
करता है। आरोप है कि राकेश की पत्नी संतोष कुमारी घर में मौजूद थी। उसी
समय गांव के संतोष सिंह, अभिषेक सिंह, शुभम सिंह, राजदेव सिंह व वीरेंद्र
सिंह दिनदहाड़े उसके घर में आ धमके। सभी ने बेटी की इज्जत लूटने का प्रयास
किया। जिसको देख मां संतोष कुमारी बचाव में आई तो इन दबंगों ने लोहे की
राड से उसके सर पर वार कर दिया। गम्भीर चोट आने के कारण खून अधिक बहा और
वो जमीन पर गिर कर बेहोश हो गई। इसके बाद दबंगों ने उसके बेटे-बहू को भी
मारा पीटा। आरोप ये है कि चलते-चलते दबंगों में से अभिषेक सिंह ने पीछे
से पीडिता के घर में आग लगा दिया। जिससे उसकी पूरी गृहस्थी जलकर राख हो
गई।

’चिंता जनक हालत में ट्रामा सेंटर रिफर हुई महिला’

गुहार पर ग्रामीण भी जमा हो गए थे, इनमें से कुछ लोगों ने बीच बचाव करते
हुए पुलिस को सूचित किया। आरोप है कि पुलिस मौके पर पहुंची तो उस समय
दबंग घटना स्थल पर मौजूद धमकियां देकर निकले, लेकिन पुलिस सिर्फ खड़ी
देखती ही रही। गम्भीर रूप से घायल संतोष कुमारी को ग्रामीणों की मदद से
पुलिस जिला अस्पताल लेकर आई, लेकिन यहां प्रथम उपचार करते हुए डाक्टर ने
महिला को ट्रामा सेंटर लखनऊ रिफर किया है। लखनऊ में भी उसकी हालत चिंता
जनक बनी हुई है।

पुलिस ने दर्ज की क्रास एफआईआर

पुलिस ने इस मामले में पीडिता की तहरीर पर एफआईआर दर्ज किया है। इस बाबत
जानकारी देते हुए थानाध्यक्ष हलियापुर राजीव यादव ने बताया की दूसरे पक्ष
की ओर से भी तहरीर पड़ी है और मुकदमा लिखा गया है। थानाध्यक्ष की मानें तो
मामला जमीनी विवाद का है।
लेकिन पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में ऐसे आ रही है कि तस्वीर में
महिला को बुरी तरह पीटा गया है।
वो भी तब जब योगी राज की प्राथमिकताओ में महिला सुरक्षा को सर्वोपरि रखा
गया है। सूत्रों की मानें तो दूसरे पक्ष से न किसी को चोट आई है न कोई
अप्रिय घटना। इतना ही नहीं पुलिस तो आग की घटना को संदेहास्पद बता रही
है, जबकि तस्वीर इससे इतर है। इस पूरे मामले पर सीओ बल्दीराय तौकीर अहमद
का कहना है कि वो मामले की निष्पक्ष जांच कराएगें और किसी भी कीमत पर
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।