लखनऊ: प्रदेश के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री मोहसिन रज़ा ने आज रिमोट सेन्सिंग एप्लीकेशन्स सेण्टर जानकीपुरम का निरीक्षण किया। इस अवसर पर श्री रज़ा ने सेण्टर के वैज्ञानिकों का आह्वान किया कि वे जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से ऐसे कार्य करें, जिससे प्रदेश के अन्तिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंच सके।

राज्यमंत्री ने कहा कि विज्ञान के माध्यम से ही स्मार्ट गांव तथा न्यू इण्डिया की अवधारणाएं मूर्त रूप ले सकती हैं तथा रिमोट सेन्सिंग तकनीक के उपयोग से विकास योजनाओं का लाभ प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंच सकता है, जिससे प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में सहायता मिलेगी।

श्री मोहसिन रज़ा ने रिमोट संन्सिंग एप्लीकेशन्स सेण्टर में किए जाने वाले वैज्ञानिक कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इन तकनीकों से आने वाली पीढ़ियों को भी लाभ होगा। उन्होंने लालबत्ती हटाये जाने के निर्णय की सराहना भी की।

इस अवसर पर आर0एस0ए0सी0 के कार्यवाहक निदेशक श्री राजीव मोहन द्वारा एक पावर प्वाइंट प्रस्तुतीकरण किया गया, जिसके माध्यम से इस अग्रणी वैज्ञानिक केन्द्र में प्रदेश एवं देश के सूखाग्रस्त क्षेत्र में भूजल के विकास एवं प्रबन्धन, भूजल के रिचार्ज, जल प्लावन की समस्या, जलागम क्षेत्रों का प्रबन्धन, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की सूचना का सृजन एवं संसूचना, प्रमुख नदियों में समय-समय पर होने वाले परिवर्तनों का अध्ययन, सेतु निर्माण हेतु स्थल चयन, मुख्य फसलों जैसे गेहूं, धान तथा सरसों के क्षेत्रफल एवं उत्पादन सम्बन्धी प्रतिवर्ष पूर्वानुमान, भूमि उपयोग परिवर्तन, वनों में आच्छादित वृक्षों की लकड़ी का आयतन, परती तथा ऊसर भूमि मानचित्रीकरण, ख्निजों की खोज, भू-आकृतियों का अध्ययन, भूस्खलन आदि के क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।