नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी के खराब प्रदर्शन पर अन्ना सबसे ज़्यादा ख़ुशी हुई है , अन्ना हजारे ने अपने चेले केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी की कथनी-करनी में फर्क के कारण हार हुई है। केजरीवाल ने जो कहा वह नहीं किया। जिसकी वजह से आप पर लोगों का भरोसा कम हुआ है। उन्होंने कहा, “आप पार्टी की कम सीटें आई, जोकि काफी दुख की बात है। आम आदमी पार्टी जब चुनकर आई तो दिल्ली के लोगों की अपेक्षाएं काफी ज्यादा थीं। लेकिन केजरीवाल ने अपने कहे वादे पूरे नहीं किए।” अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल से कहा कि अगर ईवीएम में गड़बड़ी है तो उसे साबित करके दिखाओ।

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने स्पष्ट रूप से बताया था कि अगर किसी को ईवीएम में गड़बड़ी का संदेह है तो हमारे सामने आए। जिन्होंने मशीन बनाई है उन्हें भी बुलाएंगे और फिर आप साबित करना कि क्या दोष है। अन्ना ने कहा, “उसी समय बोलना चाहिए था कि ईवीएम में क्या दोष है। बाद में बोलने से क्या होता है।”

अन्ना हजारे ने कहा, “पार्टी कह रही है कि हार का आंकलन करेंगे। ये तो पहले ही सोचना चाहिए था कि जनता को जो आश्वासन दिया है वो पूरा हो रहा है या नहीं। अब सोचने से क्या होगा। अब जनता का विश्वास कम हो गया है। ” उन्होंने कहा कि केजरीवाल को राष्ट्रीय पार्टी बनाने की बहुत जल्दी थी। अन्ना ने कहा, “मैने सुझाव दिया था कि दिल्ली में जनादेश मिला है तो पहले दिल्ली की तरफ ध्यान दो । दिल्ली को एक मॉडल राज्य बनाओ। लेकिन केजरीवाल को गोवा, पंजाब और दूसरे राज्यों की पड़ी थी।”

आपको याद दिला दें यह वही अन्ना हज़ारे हैं जिन्होंने मनमोहन सरकार के दौरान जन लोकपाल के लिए ज़ोरदार अभियान चलाया था और आमरण अनशन किया था और सरकार को हिलाकर रख दिया था| इसके बाद मोदी सरकार बनी और अन्ना हज़ारे अपने गाँव चले और जान लोकपाल पार चुप्पी साध ली थी |