नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लांबा ने अपने क्षेत्र में आप प्रत्याशियों की हार की जिम्मेदारी लेते हुए विधायक और पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने की पेशकश की है. चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली अलका ने ट्वीट किया, ''मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र के सभी तीन वार्डों में पार्टी प्रत्याशियों की हार की निजी जिम्मेदारी लेती हूं और पार्टी के सभी पदों और विधायक के तौर पर भी इस्तीफे की पेशकश करती हूं.'' बहरहाल, अलका ने कहा कि वह केजरीवाल को समर्थन और उन्हें मजबूती प्रदान करना जारी रखेंगी.

हालांकि अलका के पास पार्टी में कोई भी अहम पद नहीं है. उन्हें पिछले साल पार्टी के आधिकारिक प्रवक्ताओं के पैनल से भी हटा दिया गया था. हालांकि इससे उलट आम आदमी पार्टी (AAP) की करारी हार के बाद राज्य के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इसका ठीकरा ईवीएम (EVM) पर फोड़ा. मनीष सिसोदिया ने माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर तीन किश्तों में किए ट्वीट में आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने वर्ष 2009 का चुनाव हारने के बाद पांच साल तक ईवीएम पर रिसर्च कर महारत हासिल की और आज उसी रिसर्च और महारत के दम पर चुनाव जीत रही है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा, बीजेपी ने ईवीएम पर सिर्फ रिसर्च ही नहीं की, बल्कि इनके नेता जीबीएल नरसिम्‍हाराव एवं लालकृष्ण आडवाणी ने किताबें भी लिखीं, और इनके नेता सुप्रीम कोर्ट भी गए थे.

एमसीडी चुनावों में बीजेपी की भारी बढ़त के बीच आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने कहा है कि यह मोदी लहर नहीं, ईवीएम लहर है. आप नेता आशुतोष ने भी गोपाल राय के ही सुर में सुर मिलाते आप की हार का ठीकरा ईवीएम पर ही फोड़ा. आप से ही जुड़े नगेंद्र शर्मा ने बीजेपी पर तंज कसते हुए ट्वीट कर कहा कि पिछले एक दशक से दिल्‍ली की गलियों की बिना सफाई किए ही जीत हासिल की. आखिर ऐसा हो भी क्‍यों न, जब मशीन(ईवीएम) आपके साथ हो तो आपकी इच्‍छा का कोई मतलब नहीं रह जाता.