बिना दलाल नहीं हो सकेगा कोई कार्य

सुलतानपुर। यदि आप का ए.आर.टी.ओ. आफिस में कोई कार्य है मसलन गाड़ी का रजिस्ट्रेशन, टैक्स जमा करना, ड्राइवरी लाइसेंस बनवाना आदि हो तो पहले बाहर बैठे आधा दर्जन दलालों मे किसी से मिलिए वह सब आप को समझा देगे कि कैसे क्या करना है। फिर जिस कार्य का फीस 200रूपया लगना है उसकी कीमत दो हजार चुकानी पड़ती है यदि आप ने ऐसा नही किया तो छोटे से काम के लिए भी महीनों नही सालो साल आफिस का चक्कर लगाना पड़ेगा। थक हार कर आप आफिस के बाबुओं से गिड़गिड़ायेगे कि साहब हमारा काम कर दीजिए जो आप कहिए वह दे दूं। और यदि आप ऐसा नही कर पाये तो किसी दलाल का सहारा आप को लेना ही पड़ेगा और फिर दलाल मनमाफिक चढ़ावा पाने के बाद पलक झपकते ही आप का काम करवा देगा। यह खेल आज कोई नया नही है अब तो यह सदियों पुरानी परम्परा बन चुकी हैं। लोगों ने सोचा था कि निजाम बदल गया है योगीराज मे कुछ सुधार हो जायेगा परन्तु यहां के अधिकारी और बाबू सभी बेखौफ होकर आज भी वही कर रहे है जो अभी तक करते आये है। जब भी ए.आर.टी.ओ. साहब गश्त मे निकलते हैं या सड़कों पर चेकिंग लगाते हैं तो केवल धन उगाही और खानापूर्ति ही उनका उद्देश्य होता हैं। जब कि नगर कोतवाली के ठीक सामने और बगल मे ही टैक्सी वाले भूसे की तरह रोज सवारियों को गाडियों मे ठूंस कर आते जाते हैं पूरे सीजन भर चीनी मिल, मौरंग, बालू व अन्य सामग्री की ट्रकें ओवरलोड चलती हैं तमाम हादसे भी होते रहते है जिसमे लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ती हैं परन्तु परिवहन विभाग कोई कार्यवाही नही करता क्योंकि उसे हर महीने मासिक चढ़ावा मिलता रहता है। कुल मिलाकर अगर यह कहा जाय कि बलरामपुर जनपद का यह सबसे भ्रष्ट विभाग हैं तो अतिश्योक्ति नहीं होगा।