कैनबेरा: कुछ ही दिन पहले भारत दौरे पर आए पीएम मैल्कम टर्नबुल ने मंगलवार को बड़ा कदम उठाते हुए ऑस्ट्रेलिया का एक प्रमुख अस्थायी वीज़ा प्रोग्राम- वीज़ा 457 रद्द कर दिया है.
इस वीजा पर ऑस्ट्रेलिया में 95 हजार से ज्यादा विदेशी कामगार काम कर रहे हैं. आंकड़ों के मुताबिक इनमें सबसे ज्यादा भारतीय हैं और ऑस्ट्रेलियन सरकार के इस कदम के बाद इन सभी का भविष्य खतरे में पड़ गया है.

ऑस्ट्रेलिया सरकार ने इस फैसले की घोषणा करते हुए बताया है कि देश में बढ़ती बेरोजगारी से निपटने के लिए ये कदम उठाना ज़रूरी हो गया था. ऑस्ट्रेलिया के पीएम टर्नबुल ने कहा, 'हम प्रवासियों का देश हैं, लेकिन यह भी सच है कि ऑस्ट्रेलिया में नौकरियों के लिए ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को वरीयता मिलनी चाहिए.' इससे पहले ट्रंप ने विदेशियों के लिए यूएस की वीजा नीति में बदलाव किया था.

मैल्कम ने कहा, 'हम अस्थाई तौर पर विदेशी कामगारों को हमारे यहां आने की इजाजत देने वाले 457 वीजा को खत्म कर रहे हैं. हम 457 वीजा को अब उन नौकरियों तक पहुंचने का जरिया नहीं बनने देंगे, जो ऑस्ट्रेलिया के लोगों को मिलनी चाहिए.' पीएम ने कहा कि स्किल्ड जॉब्स के क्षेत्र में वह 'ऑस्ट्रेलियन फर्स्ट' की नई नीति अपनाने जा रहे हैं.

वीजा 457 प्रोग्राम के तहत कंपनियों को स्किल्ड जॉब्स में विदेशी कामगारों चार साल तक नौकरी देने की इजाज़त मिलती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया में इस तरह के कामगारों की कमी मानी जाती है.