लखनऊ: योगी आदित्‍यनाथ ने उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री का पद संभालने के करीब 3 सप्‍ताह बाद प्रदेश में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है और सपा सरकार में मुख्यमंत्री के करीबी रहे अधिकतर आईएएस अधिकारियों को प्रतीक्षारत कर दिया है | मुख्‍यमंत्री ने राज्‍य के 20 वरिष्‍ठ आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया है. जिन अधिकारियों का तबादला किया गया है उनमें नवनीत सहगल का भी नाम शामिल है जो मुख्‍य सचिव (सूचना) थे और पूर्ववर्ती अखिलेश यादव की सरकार में उन्‍हें बेहद ताकतवर भी माना जाता था. अखिलेश के कार्यकाल में मुख्‍यमंत्री की मुख्‍य सचिव रहीं अनीता सिंह का भी तबादला कर दिया गया है. अखिलेश यादव के दो करीबी अधिकारियों अमर कुमार और पंढारी यादव को भी हटाकर इलाहाबाद में राजस्‍व बोर्ड का सदस्‍य (कानूनी) बना दिया गया है.

सूचना एवं पर्यटन विभाग तथा धर्मार्थ कार्य विभाग के प्रमुख सचिव, पर्यटन महानिदेशक एवं यूपीडा और उपसा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा अपर स्थानिक आयुक्त नयी दिल्ली के पद पर तैनात रहे नवनीत कुमार सहगल को हटाकर फिलहाल कोई तैनाती नहीं दी गयी है. उनके सभी पदों का जिम्मा अवनीश कुमार अवस्थी को दिया गया है. अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास तथा एनआरआई विभाग के प्रमुख सचिव तथा नोएडा के अध्यक्ष रमा रमण को भी हटाकर फिलहाल कोई तैनाती नहीं दी गयी है. मेरठ के मण्डलायुक्त आलोक सिन्हा का तबादला करते हुए उन्हें रमण की सभी जिम्मेदारियां सौंपी गयी हैं.

पिछली सरकारों में ताकतवर अधिकारी रहीं अनीता सिंह को नागरिक उड्डयन एवं राज्य संपत्ति विभाग के प्रमुख सचिव पद से जबकि डॉक्टर हरिओम को संस्कृति सचिव पद से हटाकर फिलहाल कोई तैनाती नहीं दी गयी है.

भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉक्टर गुरदीप सिंह को हटाकर प्रतीक्षा सूची में रखा गया है. राजस्व परिषद के सदस्य राज प्रताप सिंह को गुरदीप का प्रभार सौंपा गया है. वह राजस्व परिषद के सदस्य का जिम्मा अतिरिक्त प्रभार के रूप में उठाएंगे. हाथकरघा एवं वस्त्रोद्योग आयुक्त एवं केस्को के प्रबंध निदेशक रणवीर प्रसाद को वर्तमान पद के साथ उत्तर प्रदेश राज्य उद्योग विकास निगम एवं उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम के प्रबन्ध निदेशक तथा उद्योग आयुक्त एवं निदेशक पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.