नई दिल्ली: केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को लोकसभा में कहा, 'भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और यहां जाति, धर्म और रंग के आधार पर भेदभाव को अनुमति नहीं दी जा सकती है.'

भाजपा नेता तरुण विजय के कथित नस्लीय टिप्‍पणी को लेकर लोकसभा में कांग्रेस के स्थगन प्रस्ताव की मांग पर राजनाथ ने कहा, 'तरुण विजय ने अपने बयान पर खेद प्रकट कर दिया है.' बहस के दौरान कांग्रेस ने तरुण विजय के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज कराने की मांग की. इससे पहले तरुण विजय के मसले पर लोकसभा की कार्यवाही बाधित भी हुई.

लोकसभा में बहस के दौरान सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने आरोप लगाया कि देश को बांटने की राजनीति हो रही है. उन्होंने कहा, 'वे (हिंदुत्ववादी) देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं. सरकार से इस तरह की विचारधारा को प्रश्रय मिल रहा है. खडगे ने पूछा, 'हम जानना चाहते हैं कि सरकार इनके खिलाफ क्या एक्शन ले रही है.' तरुण विजय के बयान को लेकर खडगे ने कहा, 'हम जानना चाहते हैं कि हम (दक्षिण भारतीय) भारतीय हैं या नहीं? भाजपा को परिभाषित करना चाहिए.' खडगे ने तरुण विजय की माफी को बेमतलब करार दिया. उन्होंने कहा, 'नस्लीय टिप्पणी के लिए तरुण विजय के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाए. '

प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने खरगे को जवाब देते हुए कहा, 'खडगे जी ने कहा कि माफी का कोई मतलब नहीं है. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि उन्होंने (कांग्रेस) 1984 के दंगों पर अब खेद नहीं प्रकट किया. कांग्रेस ने सिखों की हत्या के लिए माफी नहीं मांगी.'