सुलतानपुर। जेल में खूंखार अपराधियों का अपना राज चलता है। वर्चस्व की
जंग में बंदी अक्सर खूनी खेल खेलते रहते है। वर्चस्व को लेकर तिहरे
हत्याकांड के आरोपियों की आपस मे ही भिड़ंत हो गई। घायल बंदी की तहरीर पर
कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उधर जेल में हुई घटना की
जानकारी पर पुलिस प्रशासन के हाथ-पाव फूल गए। आनन-फानन में
क्षेत्राधिकारी नगर भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को
नियंत्रण में लिया।

रविवार को जिला जेल में बंद तिहरे हत्याकांड के आरोपी पंकज सिंह और
रिशु सिंह के बीच किसी बात को लेकर तकरार शुरू हो गई। मामला इतना बढ़ा कि
बंदियों के बीच जमकर मार-पीट शुरू हो गई। जिसमें दल सिंगार समेत कई बंदी
घायल हो गए। पहले तो जेल प्रशासन ने मार-पीट की घटना को काबू करने का
प्रयास किया, लेकिन मामला काबू मे ंनही आने पर जेलर को पुलिस प्रशासन की
मदद लेनी पड़ी। सूचना पर क्षेत्राधिकारी नगर मुकेश मिश्रा, कोतवाल पंकज
वर्मा समेत भारी संख्या में पुलिस के जवान पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण
किया। इस दौरान पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। घायल दल सिंगार की
तहरीर पर कोतवाली नगर में रिशु आदि के विरूद्ध मार-पीट का मुकदमा दर्ज
किया गया।

ताजा हुई जेलकांड की घटना

रविवार को जिला जेल में खूंखार अपराधियों के बीच हुए खूनी संघर्ष ने वर्ष
2007 में जेलकांड की याद ताजा कर दी। जिसमें कई बंदी व बंदीरक्षक मारे गए
थे।

क्या कहते है जेलर

जेलर का कहना है कि वर्चस्व को लेकर मामूली मार-पीट हुई थी। कुछ बंदियों
को मामूली चोटे आई है। जिनका प्राथमिक उपचार करा दिया गया है। उन्होने
बताया कि पंकज और रिशू कादीपुर के नूरपुर में हुए तिहरे हत्याकांड के
आरोपी है। रिशू का साथ पंकज ने दिया तो दल सिंगार का साथ पंकज सिंह ने
दिया है। सीओ मुकेशचंद्र मिश्रा ने बताया कि घायल दल सिंगार की तहरीर पर
कोतवाली नगर मे मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।