पटना: राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू यादव के बेटे और बिहार सरकार में मंत्री तेजप्रताप यादव ने आज (2 अप्रैल को) पटना में कारगिल चौक से लेकर मिलर स्कूल ग्राउंड तक धर्मनिरपेक्ष स्वयंसेवक संघ (डीएसएस) रथायात्रा निकाली। तेजप्रताप खुद रथ पर सवार थे। इस मौके पर डीएसएस के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में रथ के पीछे-पीछे अन्य गाड़ियों और बाइक पर सवार थे। मिलर स्कूल पहुंचकर तेज प्रताप ने कहा कि डीएसएस एक धर्मनिरपेक्ष संघ है। इसमें सभी धर्मों के लोग दुनियाभर में शांति की स्थापना के संकल्प के साथ जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनका संगठन आरएसएस की धार्मिक कट्टरता की जवाब देने के लिए काम करेगा।
तेजप्रताप ने कहा कि आज आरएसएस धार्मिक कट्टरता को बढ़ावा दे रहा है। देश और समाज को बांट रहा है लेकिन हम उसके मंसूबे साकार होने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि डीएसएस आरएसएस का मुकाबला करेगा। इस मौके पर तेज प्रताप ने राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी पर बरसते हुए कहा कि अगर वो हमारे संगठन यानी डीएसएस को ज्वाइन कर लेते हैं तो उन्हें सदबुद्धि आ जाएगी। सुशील कुमार मोदी ने तेजप्रताप को पहले आरएसएस का प्रशिक्षण लेने की सलाह दी थी। डीएसएस के लोक संरक्षक के नाते तेजप्रताप ने कहा कि इस संगठन की शाखाएं जल्द ही पूरे बिहार और देश के अन्य हिस्सों में भी खोली जाएंगी।

तेजप्रताप ने यह भी कहा कि वो सुशील कुमार मोदी को चाचा समझते हैं और इसी लिहाज से उनकी इज्जत करते हैं लेकिन वो बेवजह हमारे परिवार के खिलाफ बयानबाजी करते रहते हैं। तेज प्रताप ने सवालिया लहजे में पूछा कि क्या आरएएसएस ने उन्हें यही सिखाया है? लगे हाथ तेजप्रताप ने यह भी कहा कि डीएसएस ही आरएसएस को माकूल जवाब देगा। उन्होंने कहा कि यह तो अभी ट्रेलर है, पूरी पिक्चर देखना अभी बाकी है।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और योगी आदित्यनाथ की हिंदू युवा वाहिनी से मुकाबला करने के लिए धर्मनिरपेक्ष स्वयंसेवक संगठन यानी डीएसएस का गठन किया है। उन्होंने कहा कि डीएसएस में हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई सभी धर्मों के लोग शामिल होंगे। तेजप्रताप ने कहा, “डीएसएस आरक्षण के मुद्दे पर आरएसएस को खदेड़ देगा। आरक्षण हमारा जन्मसिद्धअधिकार है। हम आरएसएस की मनमानी नहीं चलने देंगे।” बता दें कि आरएसएस लंबे समय से आरक्षण व्यवस्था की समीक्षा किए जाने की मांग कर रहा है। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बिहार चुनाव से पहले आरक्षण व्यवस्था की समीक्षा की जाने की बात कही थी जिसे लेकर विपक्षी नेताओं ने संघ और बीजेपी पर तीखा हमला बोला था। एक कार्यक्रम के दौरान संघ के मनमोहन वैद्य ने भी आरक्षण को खत्म किए जाने की बात कही थी।