नई दिल्ली: मध्‍य प्रदेश के भिंड में इलेक्‍ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। यहां पर जब डमी ईवीएम के दो अलग-अलग बटन दबाए गए तो इसमें से कमल के निशान वाला प्रिंट निकला। जांच मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी सलीना सिंह ने की थी। मध्यप्रदेश की दो सीटों भिंड जिले की अटेर एवं उमरिया जिले की बांधवगढ़ में नौ अप्रैल को उपचुनाव होना है। इन चुनावों से पहले जांच के दौरान र्इवीएम से कमल निशान वाली पर्चियां निकलने का वीडियो भी सामने आया है।

इसके सामने आने के बाद विपक्षी पार्टियों के नेता ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगा रहे हैं। इस मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की। उन्‍होंने कहा कि चुनाव आयोग केवल शिकायत वाली मशीन की ही जांच कराता है। उसे सभी मशीनों की जांच करानी चाहिए।

वहीं इस मामले के सामने आने के बाद टि्वटर पर #CanWeTrustEVMs नाम से ट्रेंड शुरू हो गया जो कि टॉप पर रहा। इसके जरिए सोशल मीडिया यूजर्स ने ईवीएम की विश्‍वसनीयता पर सवाल उठाए। कई यूजर्स ने लिखा कि ईवीएम से केवल कमल की पर्ची निकलने से चुनाव से भरोसा उठ जाएगा। वहीं कई यूजर्स इस बहस को बेमानी बताते नजर आए।

उन्‍होंने लिखा कि हारने वाले लोग ही ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ”ईवीएम यानि एवरी वोट टू मोदी।” एक अन्‍य ने पूछा, ”एक आसान सा सवाल है, जब एक ईवीएम केवल कमल को छापती है जबकि बटन अलग-अलग दबाए जाएं तो क्‍या हम ईवीएम पर भरोसा कर सकते हैं।” एक अन्‍य ने लिखा, ”भारत पर धोखेबाजों और गड़बड़ी करने वालों के राज करने का डर मंडरा रहा है।”