नई दिल्ली: योगी आदित्य नाथ के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनते ही प्रशासन ने अवैध बूचड़खानों और अवैध मीट की दुकानों पर सख्ती के साथ कार्रवाई की है। कई अवैध दुकानों को सील करने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। वहीं नोएडा-ग्रेटर नोएडा में अवैध मीट की दुकानों को लेकर एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है। हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन ने बीते सोमवार (27 मार्च) को कहा कि नोएडा – ग्रेटर नोएडा में चलाई जा रहीं सभी मीट की दुकानें अवैध हैं। नोएडा – ग्रेटर नोएडा की सभी दुकानें जहां पर मटन, चिकन, मछली या फिर बफेलो मीट बिकता है वह सभी अवैध हैं और बिना लाइसेंस के चलाई जा रही हैं। बीते कुछ दिनों में इनमें से ज्यादातर दुकानों जरूरी मानकों को पूरा नहीं करने के चलते बंद कर दिया गया है।

खबर के मुताबिक फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिस्ट्रेशन (FSDA) के रिकॉर्ड्स से यह जानकारी सामने आई है। FSDA अधिकारी महेंद्र श्रीवास्तव ने कहा- ” रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट का कोई मतलब नहीं क्योंकि किसी को भी दुकान चलाने के लिए लाइसेंस जारी नहीं किए गए थे। हम जल्द ही उन्हें लाइसेंस जारी करने का काम शुरू करेंगे जो तय किए गए सभी मानकों को पूरा करेंगे।” वहीं उन्होंने यह भी कहा कि सभी अवैध दुकानें बंद कर दी गई हैं और अगर कोई दुकानें खोलेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि जिले में मीट की दुकान के लिए लाइसेंस जारी करने का काम FSDA का है।

वहीं खबर के मुताबिक दुकानें सील करने की वजह से अचानक इलाके में मीट की कमी होने के बाद दुकानों के ग्राहकों ने प्रशासन पर सवालिया निशान खड़े किए हैं। कई ग्राहकों का कहना है कि अब तक बिना लाइसेंस की दुकानों को क्यों चलने दिया जा रहा था। वहीं खबर के मुताबिक कुछ अधिकारियों का यह भी दावा है कि इससे पहले पिछली राज्य सरकार ने उन्हें गैर-कानूनी मीट की दुकानों के खिलाफ कार्रवाई करने की इजाजत नहीं थी लेकिन अब ऐसा नहीं है।