लखनऊ: मुसलमानों को दरपेश राजनीतिक और सामाजिक मसाएल के मद्देनजर आज मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने जारी बयान में कहा कि हमें देखना चाहिए कि कैसे पेगम्मबर मौहम्मद स0अ0 ने मक्का और मदीना में जीवन बिताया है,मक्क और मदीना की राजनीतिक- सामाजिक स्थिति अलग थी और पैग़म्बरे इसलाम हजरत मौहम्मद स0अ0 ने इसी लिहाज से जीवन बिताया,हमारे आईम्मा मासूमीन अ0स0 की जीवनशैली भी यही रही है क्योंकि सभी सरकारें उनके विरोधी होती थीं इसलिए हमें कठिन परिस्थितियों में रसूले इस्लाम हजरत मौहम्मद स0अ0 और अइम्मा मासूमीन अ0स0 के जीवन से सबक लेना चाहिए। मौलाना ने कहा कि धैर्य, सहनशीलता और अल्लाह पर भरोसा ही हर मुसीबत से मुक्ति का जरिया है। मौलाना ने कहा कि हमें उम्मीद है कि जो जुल्म व अत्याचार हमारी कौम पर पिछली सरकार में हुये हैं वह इस सरकार में नहीं होंगे। हमें उम्मीद है कि हमें हमारे अधिकार दिए जाएंगे।

मौलाना ने कहा कि हमारी कौम को किसी भी सरकार से भीख नहीं चाहिए बल्कि अपना हक चाहिए,हमारी वक्फ संपत्तियां, हुसैनाबाद ट्रस्ट, इमामबाड़े और हमारी अन्य संपत्तियां हमें वापस कर दी जाएँ,मौलाना ने कहा कि कौम के बेईमान व्यक्तियों, सरकारों और प्रशासन की मिली भगत से ही कौमी धरोहरों ,कौमी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। मौलाना ने समाजवादी सरकार की ज्यादतियों और अन्याय की निंदा करते हुए कि इमाम का कथन है कि यदि अत्याचारी को सजा मिलने में देर हो तो घबराना नहीं क्योंकि सजा देने में वह जल्दी करता जिसे अपराधी के भाग जाने का डर हो। अल्लाह ने जालिम सरकार को सजा दी है और हमें इस चुनाव में कम से कम ये लाभ हुआ कि जो आरोप हमारी कौम पर लगते थे अब वो इलजाम नही लगें गे।