देहरादून: उत्‍तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद के लिए चुन लिया गया है. बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद पार्टी के विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगा दी गई है. हालांकि इस रेस में प्रकाश पंत और सतपाल महाराज भी थे लेकिन अंतिम रूप से विधायक दल की बैठक में त्रिवेंद्र सिंह रावत के नाम पर मुहर लगाई गई. विधानमंडल दल की बैठक के बाद तोमर ने संवाददाताओं को बताया कि रावत के नाम का प्रस्ताव मुख्यमंत्री पद के दावेदार रहे प्रकाश पंत और सतपाल महाराज ने रखा जिसका समर्थन अन्य विधायकों ने किया. उन्होंने बताया कि रावत के नेतृत्व में भाजपा अब राज्यपाल डॉ. कृष्णकांत पाल के पास जायेगी और नइ्र सरकार बनाने का दावा पेश करेगी.

उत्तराखंड मामलों के पार्टी प्रभारी श्याम जाजू ने कहा कि नये मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह शनिवार को शाम यहां परेड ग्राउंड में होगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के अलावा कई केंद्रीय मंत्रियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है. इससे पहले, प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, केंद्रीय मंत्री और उत्तराखंड के चुनाव प्रभारी धमेंद्र प्रधान और प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू की उपस्थिति में हुई बैठक के दौरान रावत और पंत के समर्थकों के बीच जमकर नारेबाजी चलती रही. एक सप्ताह पहले आये नतीजों में भाजपा को मिले प्रचंड बहुमत के बाद से पार्टी ने सतपाल महाराज और प्रकाश पंत सहित कई नामों पर मंथन करने के बाद रावत के नाम पर मुहर लगायी.

अपने नाम की घोषणा होने के बाद रावत ने प्रधानमंत्री मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के अलावा अपने पार्टी सहयोगियों और कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट किया तथा कहा कि वह प्रदेश के विकास के लिये कार्य करेंगे. भाजपा ने प्रदेश में तीन चौथाई से ज्यादा बहुमत हासिल कर 70 में से 57 विधानसभा सीटें अपने नाम की थी. भाजपा की यह जीत प्रदेश के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी जीत है.

उससे पहले रावत, प्रकाश पंत के साथ विधायक दल की मीटिंग के लिए पहुंचे. प्रकाश पंत पिथौरागढ़ से विधायक हैं और सतपाल महाराज अभी दो साल पहले ही बीजेपी में शामिल हुए हैं. इससे पहले पार्टी विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर और सरोज पांडे के अलावा उत्तराखंड के पार्टी मामलों के प्रभारी श्याम जाजू भी पहुंचे. उल्‍लेखनीय है कि भाजपा ने 70 में से 57 सीटें जीती हैं.

56 वर्षीय त्रिवेंद्र सिंह रावत डोइवाला सीट की नुमाइंदगी करते हैं. उनको पार्टी अध्‍यक्ष अमित शाह का करीबी माना जाता है. इस वक्‍त वह पार्टी की झारखंड यूनिट के प्रभारी हैं. वह 1983 से 2002 तक आरएसएस के प्रचारक रहे हैं और उस दौरान वह उत्‍तराखंड अंचल और बाद में राज्‍य के संगठन सचिव रहे हैं. वह पहली बार 2002 में डोइवाला सीट से एमएलए बने. तब से वहां से तीन बार चुने जा चुके हैं. वह 2007-12 के दौरान राज्‍य के कृषि मंत्री भी रहे.

नई सरकार का शपथ ग्रहण 18 मार्च को शाम तीन बजे परेड ग्राउंड में होगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद रहेंगे. देश के कई अन्य प्रमुख पार्टी नेताओं के भी समारोह में शिरकत करने की संभावना है. परेड ग्राउंड में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.