लखनऊ: एटीएस ने लखनऊ में मारे गए आईएसआईएस प्रेरित आतंकी सैफुल्‍ला के साथी गौस मोहम्‍मद खान को कानपुर से गिरफ्तार किया है। एटीएस आईजी असीम अरुण ने गुरुवार को बताया कि गौस मोहम्‍मद के अलावा कथित आतंकियों को आर्म्स सप्लाई करने वाले अजहर को भी गिरफ्तार किया है। एटीएस का यह भी कहना है कि छानबीन में ये बात सामने आई है कि इमरान इन लोगों में शामिल नहीं था।

लखनऊ से गिरफ्तार किए गए सैफुल्ला के साथी गौस मोहम्मद के बेटे अब्दुल कादिर ने कहा, जो देश का दुश्मन वो मेरा भी दुश्मन है। मेरा मेरे पिता से अब कोई वास्ता नहीं है। कानून जो चाहे वो सजा दे। वैसे भी मेरे पिता दो साल से कहां है हम लोगों को इसकी कोई जानकारी नहीं है। जब से हम लोगों को छोड़कर गए हैं तब से उन्होंने यह भी जानने की कोशिश नहीं की कि हम लोग जिंदा भी हैं या मर गए।

जानकारी के मुताबिक पैंसेंजर ट्रेन में ब्लास्ट के मामले में फरार संदिग्ध आतंकी जीएस खान उर्फ गौस खान दो साल से अपने घर में नहीं रह रहा था। वह कानपुर आया गया बना रहता था। जब भी घर आता था तो एक दो दिन रुकता था। उसने अपने परिवार में भी किसी को इस बात की जानकारी नहीं दी थी कि वह क्या कर रहा है और किसके लिए कर रहा है।

जाजमऊ में रहने वाले गौस खान के बेटे अब्दुल कादिर खान और आदिल खान दोनों ही अमीनाबाद लखनऊ में जूते चप्पल की सेल लगाते हैं। इनसे मिली जानकारी के मुताबिक बीते दो सालों से गौस खान इनके साथ नहीं रह रहा है। इसी बात को लेकर इनका उससे झगड़ा बना ही रहता है। गौस खान जब भी कानपुर आता था महज एक या दो दिन रुकता था। वहीं अब्दुल और आदिल दोनों रोज लखनऊ से जाजमऊ अपडाउन करते हैं।

अब्दुल के मुताबिक उसने पहले एक दो बार गौस खान से पूछा भी कि वह आखिर रह कहा रहा है। इसपर गौस खान का जवाब था कि वह लखनऊ में रहता है, मगर पता पूछने पर उसने लड़कों को पता नहीं बताया। अब्दुल के मुताबिक वह भी रोज लखनऊ में रहता है मगर आज तक उसकी वहां भी पिता से मुलाकात नहीं हुई।

अब्दुल ने बताया कि जाजमऊ स्थित वह अपना घर बनवा रहा था। 15-20 दिन पहले गौस खान वहां पहुंचा। वह वापस जाने को हुआ तो बेटों ने उसे यह कहते हुए रोका कि घर बन रहा है थोड़ी इसमें मदद करा दे। इसपर वह रुक गया और 26 फरवरी को वापस लौट गया।

अब्दुल ने जानकारी दी कि वह कुछ साल पहले तक साउदी अरब में मैकेनिक की नौकरी करता था। मगर गौस खान के रवैये और मां की तबियत खराब हो जाने के कारण उसे नौकरी छोड़कर यहां वापस आना पड़ा।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंगलवार को काकोरी इलाके में आतंकी संगठन आईएसआईएस का कथित आतंकवादी सैफुल्ला मारा गया। यूपी और एमपी की एटीएस की संयुक्त कार्रवाई मे 90 राउंड फायरिंग हुई और यह ऑपरेशन करीब 11 घंटे तक चला था।