लखनऊ। ऑल इण्डिया हुसैनी सुन्नी बोर्ड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सैयद जुनैद अशरफ किछौछवी ने कहा कि नरेंद्र मोदी शायद हिन्दुस्तान के पहले प्रधानमंत्री होगे जो उत्तर प्रदेश के विधानसभी चुनाव में अपनी साख बचाने के लिए स्वयं रोड पर उतरकर तीन दिन के लिए वाराणसी में डेरा डाले हुए है साथ ही साथ पूरी कैबिनेट भी साथ लाए हैं। मैं यह समझता हूं कि अगर भाजपा यह चुनाव हारती है जैसा कि लग रहा है तो यह हार भाजपा की न होकर मोदी, अमित शाह और उनकी कैबिनेट की मानी जानी चाहिए। नरेन्द्र मोदी अपने आपको किसानों का मसीहा, गरीबों का हितैषी और दलितों का अलमबरदार बनने का जो राग अलाप रहे हैं उससे उनकी नीति विपरीत लगती है। भारत के इतिहास में पहली बार बैंक से अपना पैसा निकलाने पर भी शुल्क लगा दिया गया है। सिलेण्डर के दाम चार दहाई के पास आ गए हैं, पेट्रोल के दाम अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर गिरने के बावजूद इसका लाभ देशवासियों को नहीं मिला। डॉलर की कीमत की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था पहले से गिरी हुई थी, उस पर प्रधानमंत्री जी नोटबंदी करके इसकी कमर तोड़ दी। नोटबंदी का सबसे ज्यादा असर व्यापारियों, मजदूरों, कामगारों, महिलाओं आदि ने झेला है। इसका जवाब यह वर्ग पिछले 6 चरणों में दे चुका है आखिरी चरण में वह ताबूत में आखिरी कील ढोकेगा। प्रधानमंत्री कहते है कि मैं उत्तर प्रदेश के चुनाव में जीत के बाद किसानों का कर्ज माफ कर दूंगा। प्रधानमंत्री जी यह काम आप चुनाव जीते बगैर भी कर सकते हैं जैसा कि कांग्रेस की मनमोहन सरकार ने किया था। उत्तर प्रदेश में उनकी सरकार न होने के बावजूद किसानों का कर्जा माफ किया गया।

सैयद जुनैद अशरफ किछौछवी ने कहा कि होना तो यह चाहिए था कि अखिलेश यादव अपने पांच साल का व नरेन्द्र अपने तीन साल का हिसाब जनता के सामने रखते और फैसला जनता पर छोड़ देते लेकिन अखिलेश यादव अपने काम का हिसाब तो दे रहे हैं मगर मोदी जी सिर्फ ज़बानी जमा खर्ची में लगे हैं। अखिलेश यादव ने जहां मैट्रो ट्रेन, लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे, लोहिसा व आसरा आवास योजना, उत्तर प्रदेश में लगभग सभी मार्गों का निर्माण, विधवा पेंशन, लैपटॉप, महिला व कन्या विधाधन आदि के बारे में बताते हैं वही मोदी जी विकास कार्य की बात न करके दूसरे के किए कार्या में नुक्स निकलाते हैं, मोदी जी ने केन्द्र सरकार बनते ही बुलेट ट्रेंन चलाने का वायदे के साथ-साथ मार्ग भी तय कर दिया था, मगर तीन साल गुजर जाने के बाद भी अब तक इस मार्ग में चुना भी नहीं छि़डक पाया। श्री जुनैद किछौछवी ने कहा कि प्रदेश की जनता कांग्रेस-सपा का शासन देखा है और उनके किए कार्यों को याद करते हुए इसी गठबंधन पर एक बार फिर मोहर लगाने जा रही है।