नई दिल्ली: पाकिस्तानी जेल में आखिरी सांस लेने वाले भारतीय सरबजीत को शायद लोग धीरे धीरे भूलने लगे थे लेकिन एक महिला ने अचानक सामने आकर इस कहानी को नया मोड़ दे दिया है.

दिल्ली में एक धरने पर पहुँचीं बलजिंदर कौर ने दावा किया है कि वही सरबजीत की असली बहन हैं, दलबीर कौर नहीं. दलबीर इसके जवाब में कहती हैं कि उन्होंने बलजिंदर पर मानहानि का केस कर रखा है.
बलजिंदर कौर लुधियाना के एक निजी स्कूल में प्रिंसीपल हैं. न्यूज़18 हिंदी से खास बातचीत में उन्होंने दावा किया कि वह तीन बहन और दो भाई हैं और सरबजीत के असली बहन-भाई वही हैं. उनका आरोप है कि ख़ुद को सरबजीत की बहन बताने वाली दलबीर ने असल में उन्हें भ्रम में रखा और सरबजीत से जुड़े सभी प्रमाणपत्र उनसे ले लिए थे.

बलजिंदर के मुताबिक़, ‘‘तब दलबीर कौर का कहना था कि सरबजीत के ख़िलाफ़ दर्ज एफ़आईआर में असली नाम-पते हैं जिन्हें बदलवाना पड़ेगा, तभी पाकिस्तान उसे छोड़ेगा. हम लोगों को शांत कर दिया गया था. पर हमें यह पता नहीं था कि दलबीर ख़ुद को सरबजीत की बहन साबित कर देंगी. हम सभी बहनों-भाइयों का जन्म यूपी के मथुरा में हुआ था और हमारी पढ़ाई भी वहीं हुई थी. हमारे पिता रोडवेज़ में थे. उनके रिटायरमेंट के बाद हम लोग पंजाब के होशियारपुर ज़िले आ गए थे.’’

बलजिंदर कौर चुनौती देती हैं कि उनकी बात की सच्चाई जानने के लिए उनका और सरबजीत की बेटी का डीएनए टेस्ट कराया जा सकता है.

बलजिंदर के दावों को लेकर न्यूज़18 हिंदी ने दलबीर कौर से बात की. दलबीर ने कई बार पूछने पर बस इतना ही कहा कि ‘‘असली-नकली बहन की बात तो बलजिंदर ही जानती होंगी. वैसे मैंने उसके ऊपर मानहानि का केस कर रखा है.’’

दलबीर के पति बलदेव सिंह की मौत हरिद्वार जेल में हुई थी. बलदेव पर सरकारी ज़मीन की जालसाज़ी कर उसे बेचने का आरोप था. कई साल बाद पुलिस ने उन्हें पकड़ा था और उनकी मौत का कारण हार्टअटैक बताया गया था. बलजिंदर कौर का आरोप है कि कि बलदेव की मौत रिहाई से एक दिन पहले ज़हर से हुई थी.
दलबीर के मुताबिक़, ‘‘मेरे पति की मौत हार्टअटैक से हुई थी. उस मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं था. मेरे नाम से फ़र्जी रजिस्ट्री में साइन किए गए थे, जिसके चलते मैंने भी केस किया हुआ है.’’